NCERT किताब में शामिल किया गया राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अध्याय, जानें अब तक के बदलाव
क्या है खबर?
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में कक्षा 7 के NCERT पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर आधारित अध्याय शामिल किया है।
ये अध्याय स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों के बहादुरों द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के इतिहास, महत्व और अवधारणा पर प्रकाश डालता है।
इससे पहले भी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) पाठ्यक्रम में कई बदलाव पेश कर चुकी है, आइए इनके बारे में जानते हैं।
गांधी
गांधी और गोडसे को लेकर भी हो चुके हैं बदलाव
NCERT कक्षा 12 की 'स्वतंत्रता के बाद से भारत में राजनीति' की पाठ्यपुस्तक से लोकप्रिय आंदोलनों का उदय और एकदलीय प्रभुत्व का युग पाठ हटा चुकी है।
इसमें कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय जनसंघ और स्वतंत्र पार्टी के प्रभुत्व के बारे में जानकारी हटाई गई है।
NCERT किताबों से महात्मा गांधी और नाथूराम गोड़से का जिक्र भी हटाया गया है।
किताबों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का किस्सा भी हटाया जा चुका है।
मुगल
मुगल साम्राज्य को हटाया
इससे पहले NCERT कक्षा 12 के पाठ्यक्रम से मुगल साम्राज्य को हटा चुकी है।
12वीं की 'भारतीय इतिहास के विषय भाग 2' की किताब से 16वीं और 17वीं शताब्दी के मुगल शासक और उनका साम्राज्य, अकबरनामा और मुगल सम्राट शाहजहां का इतिहास हटाया है।
इसके अलावा पांडुलिपियों की रचना, रंग चित्रण, आदर्श राज्य, राजधानियां और दरबार, शाही परिवार, मुगल अभिजात और शाही नौकरशाही और औपचारिक धर्म पर सवाल उठाने वाले टॉपिकों को भी हटाया गया है।
आपातकाल
आपातकाल से संबंधित जानकारी हटाई गई
NCERT ने 12वीं की किताब से आपातकाल के पाठ्यक्रम की कुछ जानकारी हटा चुकी है।
पाठ्यक्रम को कम कर पांच पन्नों का किया गया है। कक्षा 6 की किताब में वर्ण व्यवस्था वाले हिस्से को आधा कर दिया गया।
कक्षा 7 की किताब से महमूद गजनी के आक्रमण की बात को बदला गया है और गजनी के नाम के आगे से 'सुल्तान' हटाया गया है।
किताबों से 2002 में हुए गुजरात दंगों से संबंधित जानकारी हटाई जा चुकी है।
मौलाना
मौलाना अबुल कलाम से जुड़ी जानकारी भी किताबों में नहीं दिखेगी
अप्रैल में NCERT पाठ्यक्रम से देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद से जुड़ी जानकारी हटाने की बात सामने आई थी। हालांकि, इस संबंध में बाद में NCERT ने स्पष्टीकरण भी पेश किया था।
इसके अलावा 11वीं की राजनीति विज्ञान की किताब में बदलाव किया और नागरिक शास्त्र की किताब से विश्व राजनीति के अमेरिकी आधिपत्य और शीत युद्ध काल सहित कई अध्यायों को हटाया।
NCERT जम्मू-कश्मीर और अनुच्छेद 370 का जिक्र भी हटा चुकी है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
NCERT स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए नीतियों, कार्यक्रमों पर केंद्र और राज्य सरकारों को सहायता और सलाह देता है। इसकी स्थापना 1961 में की गई थी। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, गुजरात समेत अन्य राज्यों में NCERT पाठ्यक्रम अपनाया जाता है।