CBSE ने जारी किया कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट, ऐसे देखें
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12 के बाद अब कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट भी जारी कर दिया है।
इस साल कक्षा 10 की परीक्षाएं 26 अप्रैल से 24 मई तक हुई थीं।
जिन छात्रों ने कक्षा 10 की परीक्षाएं दी थीं, वे अब अपना रिजल्ट देख सकते हैं। बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट के तीन लिंक साझा किए हैं।
आइए रिजल्ट देखने का तरीका जानते हैं।
तरीका
ऐसे देखें कक्षा 10 का रिजल्ट
छात्र सबसे पहले बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर जाएं।
अब होम पेज पर दिखाई दे रहे कक्षा 10 के रिजल्ट से जुड़े लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद आप एक नए पेज पर आ जाएंगे।
यहां मांगी जा रही जानकारी यानी अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर, जन्मतिथि और एडमिट कार्ड आईडी दर्ज करें और फिर सबमिट कर दें।
अब आपका परिणाम आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा। आगे की जरूरत के लिए परिणाम को डाउनलोड करके प्रिंट निकलवा लें।
SMS
SMS से भी देख सकते हैं रिजल्ट
अगर ऑनलाइन रिजल्ट देखने में दिक्कत आ रही है तो छात्र SMS के माध्यम से भी रिजल्ट देख सकते हैं।
कक्षा 10 के रिजल्ट देखने के लिए अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाकर CBSE10 (स्पेस) रोल नंबर टाइप करें और 7738299899 पर SMS भेज दें।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपका रोल नंबर 1234567 है तो मैसेज बॉक्स में जाकर CBSE10 1234567 टाइप करें और 7738299899 पर SMS भेज दें।
जानकारी
लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया
CBSE कक्षा 10 की लड़कियों ने लड़कों की तुलना में 1.41 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है। 95.21 प्रतिशत लड़कियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जबकि लड़कों में यह 93.80 प्रतिशत है और 90 प्रतिशत ट्रांसजेंडर श्रेणी के बच्चों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है।
पास प्रतिशत
इस साल ऐसा रहा कक्षा 10 के रिजल्ट का पास प्रतिशत
CBSE कक्षा 10 की परीक्षाओं में कुल 20,93,978 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से कुल 19,76,668 बच्चे परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। इस साल का पास प्रतिशत 94.40 प्रतिशत है।
पिछले साल पंजीकरण कराने वाले 21,09,208 छात्रों में से 19,76,668 उत्तीर्ण हुए थे, जिसके बाद बोर्ड ने 2021 में 99.04 प्रतिशत पास प्रतिशत दर्ज किया।
साल 2020 में 91.46 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा पास की, जबकि साल 2019 में यह 91.1 प्रतिशत था और 2018 में यह 86.7 प्रतिशत था।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
JNVs ने इस साल KVs और अन्य सरकारी स्कूलों को पछाड़ा
कक्षा 12 के रिजल्ट के साथ-साथ कक्षा 10 के रिजल्ट में भी सबसे अच्छा प्रदर्शन जवाहर नवोदय विद्यालय (JNVs) का रहा है।
JNVs के 99.71 फीसदी छात्र कक्षा 10 की परीक्षा पास करने में सफल रहे, जबकि निजी स्कूलों के 96.86 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए।
केंद्रीय विद्यालय (KVs) ने 96.61 फीसदी के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है। पिछले साल KVs 100 प्रतिशत के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला संस्थान था।
टॉप जिले
त्रिवेंद्रम, बेंगलुरु एक बार फिर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिले बने
त्रिवेंद्रम के 99.68 प्रतिशत छात्रों नेCBSE कक्षा 10 की परीक्षा पास की है और बेंगलुरु के 99.22 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं।
पिछले साल भी ये दोनों जिले शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिले थे।
साल 2021 में त्रिवेंद्रम 99.99 प्रतिशत के उच्चतम पास प्रतिशत के साथ अपराजित चैंपियन बना रहा। वहीं, दूसरे स्थान पर 99.96 प्रतिशत पास प्रतिशत के साथ बेंगलुरु बना रहा।
अंक
90 प्रतिशत से अधिक अंक वाले छात्रों में वृद्धि
इस बार कक्षा 10 के कुल 2,36,993 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, जबकि 64,908 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
यह पिछले साल की तुलना में होने वाला इजाफा है। साल 2021 में CBSE 10 के रिजल्ट में 2,00,962 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए, जबकि 57,824 छात्रों ने 95 प्रतिशत और उससे अधिक अंक प्राप्त किए थे।
तुलना
इस साल कुल 94.40 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए उत्तीर्ण
कक्षा 12 की तरह ही पिछले साल की तुलना में कक्षा 10 के पास प्रतिशत में भी मामूली गिरावट देखी गई है।
इस साल कक्षा 10 की परीक्षा देने वाले 94.40 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। पिछले साल यह संख्या 99.04 प्रतिशत थी।
इससे पहले 2020 में 91.46 प्रतिशत और 2019 में 91.10 प्रतिशत छात्रों ने पास की थी।
2021 में अधिक अच्छे परिणाम को कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षा न होने का नतीजा माना जा रहा है।
जांच
अपने अंक से संतुष्ट नहीं हैं? करें यह काम
अगर कोई छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं तो वह विशिष्ट या एकाधिक विषयों के लिए अपनी उत्तर पुस्तिकाएं पुन: जांच और पुनर्मूल्यांकन के लिए CBSE से जांच की अपील कर सकता है।
इसके अलावा, CBSE ने कंपार्टमेंट परीक्षा का विकल्प प्रदान किया है। यह 23 अगस्त से शुरू होगा।
जो छात्र अपने अंकों से खुश नहीं हैं या 10 की परीक्षा में फेल हो गए हैं, वे इन परीक्षाओं में बैठ सकते हैं।