अमेजन दे रही भारत के 35 शहरों में पार्ट टाइम जॉब करने का अवसर
क्या है खबर?
जहां एक तरफ कोरोना वायरस (COVID- 19) महामारी के कारण कई लोग अपनी नौकरी खो चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ अमेजन कई लोगों को नौकरी कर पैसे कमाने का अवसर दे रही है।
इसी संबंध में बहु-राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी अमेजन के संस्थापक और CEO जेफ बेजोस के अपने फ्लेक्स फ्रीलांस डिलीवरी प्रोग्राम को भारत के 35 से अधिक शहरों में विस्तार की घोषणा की है।
इसके तहत कई लोगों को नौकरी के नए अवसर मिलेंगे।
प्रोग्राम
क्या है फ्लेक्स फ्रीलांस डिलीवरी प्रोग्राम?
फ्लेक्स फ्रीलांस डिलीवरी प्रोग्राम को पिछले साल लॉन्च किया गया था। इस प्रोग्राम के जरिए आप कंपनी के साथ खुद को एनरोल कर सकते हैं और फ्रीलांस जॉब की तरह उनके पैकेजों की डिलीवरी करने में उनकी मदद कर सकते हैं।
यह मुख्य रूप से तीन शहरों में शुरू किया गया था। इसने छात्रों आदि के लिए पार्ट टाइम जॉब की मदद से पैसा कमाने के लिए एक नया दरवाजा खोल दिया है।
कमाई
कमा सकते हैं कितना?
इस प्रोग्राम के तहत कोई भी 120 रुपये से 140 रुपये तक प्रति घंटा कमा सकता है।
अब यह भारत के 35 से अधिक शहरों में पार्ट टाइम नौकरी की तलाश करने वाले उम्मीदवारों की मदद कर रहा है।
तीन शहरों में शुरू किए गए प्रोग्राम को अब प्रमुख महानगरों जैसे रायपुर, हुबली, ग्वालियर और नासिक आदि जगह तक फैला दिया गया है ताकि बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकें।
बयान
मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया- प्रकाश रोचलानी
अमेजन इंडिया के लास्ट माइल ट्रांसपोर्टेशन के निदेशक प्रकाश रोचलानी का कहना है कि लोगों से इस प्रोग्राम के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया मिली हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि फ्लेक्स के पार्टनर्स अपने खाली समय में अधिक कमाने के इस अवसर का आनंद उठा रहे हैं। खासतौर पर ऐसे समय पर जब हमारे देश की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन से हुए नुकसान से बाहर निकल रही है।
लाभ
डिलीवरी सेवाओं को भी अच्छा बनाने में हो रही मदद
आय के अवसर देने के साथ-साथ अमेजन फ्लेक्स प्रोग्राम अमेजम की डिलीवरी सेवाओं को भी बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।।
अमेजन और फ्लिपकार्ट भारत में फैले कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन से प्रभावित थे, हालांकि अब अधिकांश प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
फ्लेक्स के पार्टनर्स की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। रोचलानी ने कहा कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है और वे सभी सावधानी बरत रहे हैं।