किसान के बेटे ने GATE में किया टॉप, ऐसे की तैयारी
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने 13 मार्च को ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। इसके साथ-साथ ही प्रत्येक विषय में टॉप करने वालों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है। किसान परिवार और NIT पटना के 22 वर्षीय छात्र आभाष राय ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पेपर में टॉप किया है। आइए जानें इनकी प्रेरणादायक कहानी।
MTech फीस में इजाफा भी आभाष को नहीं रोक पाई
आभाष का कहना है कि MTech फीस में बढ़ोत्तरी भी उन्हें उनका सपना पूरा करने के लिए रोक नहीं पाई। आभाष के पिता एक किसान हैं और उनके गांव में शिक्षा की अच्छी सुविधा नहीं थी। जिस कारण वे 10वीं की पढ़ाई करने के लिए गांव छोड़कर पटना आ गए थे। आभाष का कहना है कि इसके बाद उनके पिता को अच्छी सैलरी की नौकरी करने के लिए इंदौर जाना पड़ा था। वे इस स्थिति को बदलना चाहते हैं।
अच्छी नौकरी करके परिवार के सपनों को करना चाहते हैं पूरा
उत्तर प्रदेश के बलिया के नारायणपुर गांव के रहने वाले आभाष कोर इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में नौकरी करना चाहते हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में टॉप करने वाले आभाष ने अपने परिवार के लिए कई सपने देखें हैं। आभाष को टॉप 10 या 20 में आने की उम्मीद थी। आभाष का कहना है कि उन्होंने एक-दो भर्तियों के लिए आवेदन किया है और अब उन्हें ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने परिवार के लिए जो सपने देखें हैं, वे उन्हें पूरा कर पाएंगे।
पहले ही हो चुका कैंपस प्लेसमेंट
आभाष अपने कैंपस प्लेसमेंट में L&T से छह लाख रुपये से भी अधिक का नौकरी का ऑफर प्राप्त कर चुके हैं। अब उन्हें कंपनियों के बीच चयन करना है। उनका कहना है कि वे अपने क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, इसलिए वे GATE चयन प्रक्रिया का इंतजार करेंगे। आभाष को लगता है कि एक बार उन्हें अच्छे वेतन वाली नौकरी मिलने के बाद उनका परिवार फिर से एकजुट हो पाएगा और वे उनके सपने पूरे कर पाएंगे।
ऐसे की तैयारी
अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए आभाष ने कहा कि उन्होंने अपना पूरा ध्यान GATE क्लीयर करने पर केंद्रित किया है और दूसरे वर्ष से कोचिंग भी की। उनका कहना है कि इससे उन्हें सभी विषयों और टॉपिक्स पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली। साथ ही वे आसानी से अपने डाउट भी क्लीयर कर पाए। आभाष ने प्लेसमेंट सीज़न के दौरान ब्रेक लिया और फिर तीन से चार महीनों तक मॉक टेस्ट सीरीज़ पर ध्यान केंद्रित किया।
पढ़ाई को करते हैं मैनेज
आभाष का कहना है कि वह पढ़ाई को मैनेज भी कर रहे हैं और कॉलेज जीवन का आनंद भी ले रहे हैं। उनका कहना है ये तभी हो सकता है, जब आपके पास आपको प्रेरित रखने के लिए अन्य चीजें हों।