हरियाणा: 65 वर्षीय दादा दे रहे 12वीं की परीक्षा, खेती के साथ-साथ करते हैं पढ़ाई
पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है। आप जब भी चाहे पढ़ाई कर सकते हैं। इसे 65 साल के इस व्यक्ति ने सही साबित कर दिखाया है। कैथल के रहने वाले 65 वर्षीय सतपाल ने यह साबित कर दिखाया है कि आप सच्ची लगन और मेहनत से कुछ भी कर सकते हैं। आपकी उम्र या कोई अन्य चीज आपको नहीं रोक सकती है। सतपाल इस साल 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दे रहे हैं। आइए जानें इनकी प्ररेणादायक कहानी।
पोते को पढ़ाने के लिए कर रहे 12वीं
65 वर्ष के सतपाल हरियाणा के ओपन बोर्ड से 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दे रहे हैं। जी हां, इस उम्र में 12वीं करने का फैसला करने के पीछे एक बड़ा कारण है। सतपाल के पोते निशांत 10वीं की पढ़ाई कर रहे हैं और सतपाल उन्हें गाइड कर सकें, इसलिए उन्होंने 12वीं करने का फैसला लिया है। उन्होंने लगभग 45 साल पहले 10वीं की परीक्षा दी थी और अब 45 साल बाद वे 12वीं कर रहे हैं।
खेती करने के साथ-साथ करते हैं पढ़ाई
हरियाणा के कैथल के देवीगढ़ गांव के सतपाल एक किसान हैं और वे खेती और पशुपालन करके अपना घर चलाते हैं। खेती और पशुपालन के साथ-साथ भी वे पढ़ाई के लिए समय निकाल लेते हैं और सुबह चार बजे उठकर पढ़ाई करते हैं। सतपाल के इस फैसले से उनके पोते भी काफी खुश हैं और वे अपने सभी दोस्तों को जा-जाकर बताते हैं कि उनके दादा 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं।
करना चाहते हैं ग्रेजुएशन
65 वर्षीय सतपाल अभी रुकने वालों में से नहीं है। उनका मानना है कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है और अभी वे 12वीं करने के बाद रुकेंगे नहीं। 12वीं पूरी करने के बाद सतपाल ने ग्रेजुएशन करने का पूरा मन बना लिया है।
पोते के साथ बैठकर करते हैं पढ़ाई
सतपाल अपने पोते-पोतियों के साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं। अगर उन्हें कुछ समझ में नहीं आता है तो वे अपने पोते से पूछ लेते हैं। उनके पोते को उन पर गर्व है। पोते-पोतियों का कहना है कि उनके दादा के बारे में उनकी क्लास के सभी छात्र पूछते हैं। सतपाल पर पूरे गांव को नाज है और सभी उनका साथ दे रहे हैं। वे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सबकी के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।