जेप्टो को IPO से पहले NCLT से मिली होल्डिंग कंपनी बनाने की मंजूरी
क्या है खबर?
क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म जेप्टो को अपने IPO से पहले किरानाकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को होल्डिंग कंपनी के रूप में स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 9 जनवरी, 2025 को यह आदेश दिया था।
जेप्टो ने IPO के माध्यम से लगभग 3,400-4,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है, जो कंपनी के भविष्य के विकास को बढ़ावा देगा और भारतीय और विदेशी निवेशकों से फंड जुटाने में मदद करेगा।
फायदा
कंपनी संरचना में सुधार
इस कदम से जेप्टो की कंपनी संरचना को अधिक व्यवस्थित और व्यावसायिक रूप से अनुकूल बनाया जाएगा, जिससे निवेशकों की रूचि बढ़ेगी।
NCLT के आदेश के अनुसार, इससे महत्वपूर्ण निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज होगी, प्रशासनिक लागत में कमी आएगी और भविष्य में फंड जुटाने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया जाएगा।
इसके अलावा, यह कदम जेप्टो के व्यवसाय को सुगम बनाएगा, जिससे निवेशकों से पूंजी जुटाना और व्यापार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।
सहायता
IPO के लिए तैयारी में सहायता
जेप्टो ने NCLT से मिली मंजूरी को अपनी IPO तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा माना है। इसके तहत कंपनी ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की आवश्यकता से भी खुद को मुक्त किया है।
जेप्टो ने मोतीलाल ओसवाल और अन्य घरेलू निवेशकों से 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई है। यह जेप्टो को IPO से पहले मजबूत वित्तीय स्थिति में रखने में मदद करेगा और उसे बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर देगा।