मुद्रा लोन लेकर शुरू कर सकते हैं खुद का बिजनेस, जानें क्या है प्रक्रिया
कोरोना वायरस के कारण देश में आर्थिक मंदी के हालात पैदा चुके हैं। इस मंदी ने कई लोगों से उनका रोजगार भी छीन लिया है। इस स्थिति से गुजर रहे लोगों के लिए सरकार की मुद्रा योजना बहुत काम आ सकती है। इस योजना के तहत लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार से 10 लाख रुपए तक का लोन ले सकते हैं। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना?
2015 में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर छोटे कारोबारों तक, सभी को बिना किसी गारंटी के लोन मुहैया कराना है। कोई भी व्यक्ति अगर अपना स्वयं का व्यवसाय शुरु करना चाहता है तो वह इस योजना के तहत लोन ले सकता है। इसी के साथ ही अगर कोई अपने मौजूदा व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है तो वो भी इस योजना का लाभ उठा सकता है।
तीन श्रेणियों में बांटी गई है यह योजना
मुद्रा लोन को तीन श्रेणियों में बांटा गया है: 1) शिशु ऋण जिसकी अधिकतम सीमा 50 हजार रुपए है, 2) किशोर ऋण जिसमें 50,000 से 5 लाख रुपए तक की सीमा है और 3) तरुण ऋण जिसमें अधिकतम 10 लाख रुपए तक की सीमा रखी गई है। इसका अर्थ यह हुआ कि आपको आपके बिजनेस प्लान के अनुसार यह लोन दिया जाएगा। इसलिए कोशिश करें कि आपके द्वारा शुरू किए जाने वाले बिजनेस का प्लान मजबूत हो।
दस्तावेजों के साथ इन बातों पर गौर फरमाएं
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि किस बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेना है। फिर चुने हुए बैंक को लोन एप्लिकेशन फॉर्म के साथ बिजनेस प्लान या प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पहचान संबंधी दस्तावेज और एक से ज्यादा आवेदकों की स्थिति में पार्टनरशिप संबंधी दस्तावेज (डीड), टैक्स रजिस्ट्रेशन, बिजनेस लाइसेंस आदि जमा करवाने होंगे। इसी के साथ निवास के प्रमाण संबंधी दस्तावेज, छह महीने से कम पुरानी तस्वीरें, सामग्री का कोटेशन और जहां से खरीदेंगे उस सप्लायर की जानकारी भी दें।
बैंक को देना होगा भविष्य की आय का अनुमान
इसी के साथ बैंक आपसे प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की आय के अनुमान संबंधी दस्तावेज भी मांगेगा, ताकि उसे आपकी आवश्यकता की जानकारी हो सकें और यह भी अंदाजा लगया जा सके कि आपको लाभ कैसे होगा या लाभ कैसे बढ़ेगा। आवेदन सही पाए जाने पर बैंक या वित्तीय संस्थान मुद्रा लोन पास करेगा और आवेदक को मुद्रा कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस कार्ड के जरिए आवेदक अपनी लोन राशि का लाभ उठा सकता है।
मुद्रा लोन से संबंधित ब्याज दर और लाभ
मुद्रा लोन की कोई निश्चित ब्याज दर नहीं है क्योंकि दर का निर्धारण कारोबार की प्रकृति और उससे जुड़े जोखिम के आधार पर तय होता है। वैसे आमतौर पर 10-12 प्रतिशत सालाना ब्याज दर रहती है। वैसे हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के तहत शिशु मुद्रा लोन पर अगले 12 महीने के लिए दो प्रतिशत की ब्याज छूट देने का ऐलान किया था।
मुद्रा लोन योजना से जुड़ी कुछ अहम बातें
1) इस योजना के तहत बिना किसी गारंटी के आसानी से लोन लिया जा सकता है। 2) मुद्रा लोन के लिए आवेदन करने पर किसी भी तरह की फीस नहीं चुकानी पड़ती। 3) लोन भुगतान अवधि को 5 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। 4) मुद्रा लोन लेने वाले को मुद्रा कार्ड दिया जाता है जिसका इस्तेमाल कारोबारी जरूरत पड़ने वाले खर्च के लिए कर सकता है। 5) योजना से जुड़ी अधिक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर प्राप्त करें।