TCS में फ्रेशर्स का क्यों कम होता है वेतन? कंपनी के अधिकारी ने बताई वजह
क्या है खबर?
पढ़ाई पूरी करते ही कॉलेज से निकलने वाले कई छात्र इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सेक्टर में अपना करियर बनाना पसंद करते हैं।
हालांकि, इस क्षेत्र में काम करने वाली बहुत-सी बड़ी कंपनियां नए लोगों को काफी कम वेतन देती हैं।
फ्रेशर्स को कम वेतन मिलने के मुद्दे को लेकर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (CHRO) मिलिंद लक्कड़ ने बताया है कि नए कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष वेतन 3-4 लाख रुपये क्यों रखा जाता है।
बयान
लक्कड़ ने क्या कहा?
लक्कड़ ने एक इंटरव्यू में कहा, "हम प्रतिभा के आधार पर भुगतान कर रहे हैं और हम लोगों को विभिन्न कैडर में आने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।"
उन्होंने कहा कि अगर नए या मौजूदा कर्मचारी कौशल बढ़ाने के इच्छुक हैं, तो वे दोगुना कमा सकते हैं और कुछ कौशल के लिए वेतन 10 लाख रुपये हो सकता है।
उन्होंने कहा, "हम NIIT और IIT से लोगों को काम पर रख रहे हैं जहां हम बहुत अधिक भुगतान करते हैं।"
संख्या
TCS में कम हुई कर्मचारियों की संख्या
TCS के तिमाही नतीजों से पता चलता है कि अक्टूबर से दिसंबर 2023 की अवधि में उसके कर्मचारियों की संख्या 5,680 कम हुई है, जिसके बाद कुल कर्मचारी 6.03 लाख रह गए हैं।
इसी अवधि के दौरान नौकरी छोड़ने का स्तर घटकर 13.3 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
लक्कड़ ने कहा कि अगर कर्मचारियों की संख्या में और कमी आती है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।
इससे संकेत मिलता है कि जल्द TCS से और कर्मचारी बाहर हो सकते हैं।