
क्यों जरूरी है बच्चे का आधार को अपडेट कराना?
क्या है खबर?
आधार कार्ड हर उम्र वर्ग के लोगों के लिए जरूरी हो गया है। छोटे बच्चों के लिए भी यह कई कार्यों के लिए जरूरी दस्तावेज है। कम लोगों को यह पता है कि एक उम्र के बाद बच्चों के आधार कार्ड को अपडेट कराने की जरूरत होती है। अगर, अभिभावक इसकी अनदेखी करते हैं तो उनका आधार कार्ड निष्क्रिय हो सकता है। आइये जानते हैं कितनी उम्र पर अपडेट कराना जरूरी है और नहीं कराने पर क्या नुकसान होगा।
नियम
कब कराना चाहिए आधार अपडेट?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के मुताबिक 5 साल की उम्र के बाद बच्चों के आधार कार्ड का बायोमेट्रिक अपडेट कराना जरूरी है। इसके तहत उनकी बायोमेट्रिक डिटेल्स- उंगलियों के निशान, आंखों की स्कैनिंग और फोटो को अपडेट किया जाता है, क्योंकि इनमें काफी बदलाव आ चुका होता है। 15 साल की उम्र के बाद एक बार फिर इस अपडेट की जरूरत पड़ती है। यह अपडेट 5-7 साल की उम्र के बीच फ्री और इसके बाद 100 रुपये शुल्क लगेगा।
नुकसान
अपडेट नहीं कराने पर क्या होंगे नुकसान?
समय पर बायोमेट्रिक अपडेट नहीं कराने पर सरकार बच्चे का आधार नंबर डीएक्टिवेट कर सकती है। बिना अपडेटेड आधार के स्कूल में प्रवेश, परीक्षा रजिस्ट्रेशन, स्कॉलरशिप, सब्सिडी या DBT जैसी सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। हर सरकारी योजना में आधार की वैधता जरूरी है। इसलिए, किसी भी परेशानी से बचने के लिए समय पर अपडेट करवाना जरूरी है। आप जरूरी दस्तावेजों के साथ नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर अपडेट करा सकते हैं।