क्या है ई-रुपी वाउचर? जानें किस तरह करता है काम
क्या है खबर?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से ई-रुपी डिजिटल प्रीपेड वाउचर की सीमा को 10 गुना कर दिया गया है, जिसके बाद वाउचर की सीमा 10,000 से बढ़कर एक लाख रुपये हो गई है।
10 फरवरी, 2022 को हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया है कि वाउचर की लिमिट बढ़ाये जाने के बाद इस वाउचर को एक बार से अधिक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
जानकारी
यहां जानें क्या है ई-रुपी
डिजिटल युग में ई-रुपी का अहम योगदान होने वाला है, इसके जरिए पेमेंट के तरीके को कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस बनाया गया है। यह एक तरह से गिफ्ट वाउचर की तरह काम करेगा, जिसे रीडिम करना पड़ेगा।
ई-रूपी डिजिटल वाउचर एक QR कोड या SMS आधारित ई-वाउचर होगा, जिसे सीधे लाभार्थी के मोबाइल में भेज दिया जाएगा।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ई-रूपी प्लेटफॉर्म को अगस्त, 2021 में पेश किया था।
फायदा
ई-रुपी की लिमिट बढ़ाने से फायदा
RBI के फैसले से पहले ई-रुपी की लिमिट 10,000 रुपये थी, जिसे सिर्फ एक बार ही रिडीम किया जा सकता था। अब लिमिट बढ़ाए जाने की सुविधा से इसका इस्तेमाल ज्यादा होने लगेगा।
इसके अलावा इस सुविधा से लेन-देन में डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) अधिक प्रभावी होगा।
डिजिटल ई-रुपी के माध्यम से फ्रॉड भी रुकेगा, क्योंकि इसके जरिए यह सुनिश्चित होगी कि जिस लिए राशि दी जा रही है, वह सही जगह जा रही है।
कार्य
इस तरह काम करता है ई-रुपी
ई-रूपी के माध्यम से लाभार्थी के मोबाइल में एक QR कोड या SMS स्ट्रिंग के रूप में एक डिजिटल वाउचर भेजा जाएगा।
इस डिजिटल वाउचल को रिडीम कराने के लिए पेमेंट एप या इंटरनेट बैंकिग की आवश्यकता नहीं होगी, इस वाउचर के जरिए लाभार्थी सीधे कोड रिडीम कराकर पेमेंट कर सकेंगे।
यह योजना खासकर ग्रामीण लोगों के लिए है जो डिजिटल पेमेंट का उपयोग करने में असहज महसूस करते हैं।
उदाहरण
उदाहरण के जरिए समझें
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए सरकार किसी को भी मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही है। ऐसे में पेमेंट के दौरान सरकार की तरफ से लाभार्थी के मोबाइल नंबर एक QR कोड भेजा जाएगा, जिसे लाभार्थी अस्पताल के मर्चेंट प्वाइंट या सेंटर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस वाउचर-आधारित प्रणाली से डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा, इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटाइजेशन करने में योगदान देगा।
जानकारी
इन बैंकों द्वारा जारी होता है ई-रुपी
ई-रुपी के लिए NPCI ने 11 बैंकों के साथ समझौता किया है, जिसमें एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बैंक ऑफ बड़ोदा (BoB), कोटक महिंद्रा बैंक समेत 11 बैंक है। इसके अलावा भारत पे, भीम, योनो SBI मर्चेंट ऐप शामिल हैं।