
मुंबई में घर खरीदना मुश्किल, ज्यादा कमाने वालों को भी करनी होगी 109 साल की बचत
क्या है खबर?
मुंबई में घर खरीदना अब आम लोगों ही नहीं, बल्कि अमीर परिवारों के लिए भी काफी मुश्किल होता जा रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र के शीर्ष-5 प्रतिशत कमाने वाले परिवार, जिनकी मासिक आय लगभग 10.7 लाख रुपये है, उन्हें भी मुंबई में एक सामान्य घर खरीदने के लिए करीब 109 साल तक बचत करनी होगी। देश की 21 राजधानियों में मुंबई सबसे कम किफायती हाउसिंग मार्केट बन चुकी है।
रिपोर्ट
NHB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
यह रिपोर्ट राष्ट्रीय आवास बोर्ड (NHB) के डाटा और शहरी आय अनुमानों के विश्लेषण पर आधारित है, जिसे टाइम्स ऑफ इंडिया ने प्रकाशित किया है। इसमें यह देखा गया कि एक औसत आकार के 1,184 वर्ग फुट के घर की कीमत और टॉप 5 प्रतिशत आय वाले परिवारों की वार्षिक बचत के बीच कितना अंतर है। मार्च, 2025 में प्रति वर्ग फुट 29,911 रुपये के हिसाब से मुंबई में ऐसे घर की कीमत 3.5 करोड़ रुपये से ज्यादा बैठती है।
अन्य शहर
अन्य शहरों में भी हालात अच्छे नहीं
मुंबई के अलावा अन्य प्रमुख शहरों की हालत भी चिंता का विषय बनी हुई है। गुरुग्राम में ऐसे ही मकान के लिए 64 साल, बेंगलुरु में 36 साल और दिल्ली में 35 साल की लगातार बचत की आवश्यकता है। केवल चंडीगढ़ में स्थिति बेहतर पाई गई, जहां टॉप कमाई करने वाले परिवार मात्र 15 साल की बचत से मकान खरीद सकते हैं। इस कारण से चंडीगढ़ को देश की सबसे किफायती राजधानी के रूप में बताया गया है।
कीमत
लग्जरी घरों की मांग और कीमत में उछाल
भारतीय रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, लग्जरी घरों की बढ़ती मांग के कारण देश के टॉप शहरों में घरों की औसत कीमतों में 23 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। NCR में सबसे ज्यादा 56 प्रतिशत का उछाल देखा गया, जबकि बेंगलुरु और हैदराबाद में यह क्रमश: 44 प्रतिशत और 37 प्रतिशत रहा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अब प्रवासी भारतीय लग्जरी घरों की खरीद में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।