ट्विटर पर कब्जा नहीं कर पाएंगे एलन मस्क, कंपनी बोर्ड ने अपनाई 'पॉइजन पिल' रणनीति
क्या है खबर?
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने बीते दिनों माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने की इच्छा जाहिर की और कंपनी को 43 अरब डॉलर की रकम ऑफर की है।
मस्क की कोशिश को 'हाईजैक' माना गया और कुछ दिन पहले उन्हें सीट ऑफर करने वाला कंपनी बोर्ड खुद उनके प्रस्ताव से खुश नहीं है।
ट्विटर बोर्ड ने मस्क को कंपनी के 100 प्रतिशत शेयर खरीदने से रोकने के लिए 'पॉइजन पिल' रणनीति अपनाई है।
आइए जानते हैं कि इसके मायने क्या हैं।
जवाब
मस्क के ऑफर का आधिकारिक जवाब
ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मस्क के प्रस्ताव को नामंजूर किया है और कंपनी में बड़ा हिस्सा खरीदने की प्रक्रिया को भी मुश्किल बना रहा है।
बोर्ड ने अब शेयरधारकों के अधिकारों और नियमों में बदलाव करते हुए मस्क की कोशिश को बड़ा झटका दिया है।
कंपनी पॉइजन पिल रणनीति अपनाई, जिसकी मदद से मौजूदा शेयरधारकों को बड़ी हिस्सेदारी खरीदने और ज्यादा नियंत्रण पाने से रोक दिया जाता है।
बयान
शेयरहोल्डर राइट्स प्लान में हुए बदलाव
आधिकारिक बयान में कंपनी ने कहा, "हमने गलत ढंग से ट्विटर को खरीदने और हिस्सेदारी लेने से जुड़े प्रस्ताव के बाद शेयरहोल्डर राइट्स प्लान अपनाया है।"
कंपनी ने कहा, "राइट्स प्लान के साथ सभी शेयरधारकों को ट्विटर में उनके निवेश का महत्व समझाया जाएगा। इसके अलावा राइट्स प्लान के साथ कोई कंपनी, व्यक्ति या समूह ट्विटर पर नियंत्रण नहीं कर पाएगा।"
नया प्लान तब लागू होगा, जब कोई 15 प्रतिशत से ज्यादा शेयर खरीदने की कोशिश करेगा।
बदलाव
ट्विटर के फैसले से क्या बदलेगा?
माइक्रोब्लॉगिंग कंपनी की ओर से किए गए बदलाव के बाद अगर कोई शेयरहोल्डर ट्विटर में बड़ी हिस्सेदारी चाहता है या इसे खरीदना चाहता है, तो उसे सभी शेयरहोल्डर्स को कंट्रोल प्रीमियम देना होगा।
इसके अलावा बोर्ड के पास शेयरधारकों के हित में कोई फैसला लेने की बेहतर क्षमता और ज्यादा वक्त होगा।
अगर बोर्ड चाहे तो अन्य पक्षों के प्रस्ताव को स्वीकार कर सकता है और इनपर विचार भी कर सकता है।
ऑफर
बीते दिनों मस्क ने दिया था ऑफर
एलन मस्क ने बीते दिनों सोशल मीडिया कंपनी को 'आखिरी' ऑफर दिया है और कहा है कि वे हर कंपनी शेयर के बदले 54.20 डॉलर का भुगतान करने को तैयार हैं।
इस तरह वे ट्विटर को 43 अरब डॉलर (3,280 करोड़ रुपये से ज्यादा) में खरीदना चाहते हैं।
हालांकि, ट्विटर ने मस्क के ऑफर को एक 'हॉस्टाइल टेकओवर' माना, जिसका मतलब किसी कंपनी के मैनेजमेंट की ओर से ना चाहते हुए भी उसे खरीदना होता है।
जवाब
मस्क के ऑफर पर ट्विटर ने क्या कहा?
कंपनी CEO पराग अग्रवाल ने कहा है कि ट्विटर किसी की 'गुलाम' नहीं बनने जा रही और कर्मचारियों को घबराने की जरूरत नहीं है।
साफ है कि ट्विटर खुद को एलन मस्क के हवाले नहीं करना चाहती।
ट्विटर के पुराने शेयरधारकों में से एक सऊदी अरब के प्रिंस अल वदीद बिन तलाल अल सऊद ने भी मस्क का ऑफर ठुकराते हुए कहा है कि एलन की ओर से तय की गई कीमत इसके सही मूल्य के आसपास भी नहीं है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर के तौर पर मस्क के पास ट्विटर का करीब 9.2 प्रतिशत हिस्सा है। सामने आया कि मस्क के पास ट्विटर के करीब 7.35 करोड़ शेयर हैं और वे कंपनी के लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स में से एक हैं।