कोरोना वायरस संकट में आजमायें ये टिप्स, नहीं होगी किसी भी तरह की आर्थिक समस्या
कोरोना वायरस महामारी किसी बुरे सपने की तरह है जिसने देश और दुनिया को झंझोर दिया है और लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न कर दी है। लॉकडाउन के कारण भारत की अर्थवव्यस्था चरमरा गई है जिसका खामियाजा कई लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में कुछ आर्थिक सावधानियां जरूरी हैं ताकि किसी भी तरह के संकट से निपटा जा सके। आप इन टिप्स को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को आने वाले समय के लिए संतुलित कर सकते हैं।
घर के लिए तैयार करें एक बजट
लॉकडाउन के दौरान आपको अपने बेफिजूल के खर्चों पर लगाम कसने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। वैसे भी आप इस समय शॉपिंग और ट्रैवलिंग खर्च को आसानी से बचा सकते हैं। ऐसे दौर में यह प्रयास होना चाहिए कि आपके पास कम से कम इतना खर्च हो जिससे आप छोटी-मोटी इमरजेंसी के लिए हमेशा तैयार रहें। ऐसा करने के लिए आप एक बजट तैयार कर सकते हैं जिससे आपको संभलकर किसी भी तरह का खर्च करने में मदद मिलेगी।
शेष ब्याज मुक्त भुगतान के लिए अपनाएं ये तरीका
विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी क्रेडिट कार्ड के बैलेंस को व्यक्ति एक ऐसे कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं जो पहले 12-18 महीनों के लिए बैलेंस ट्रांसफर पर 0% ब्याज देता है। इससे आपको शेष ब्याज मुक्त भुगतान करने के लिए कुछ समय मिलेगा, ताकि आप नकदी जमा कर सकें। अक्सर क्रेडिट कार्ड ऋण का भुगतान करना कठिन हो सकता है इसलिए अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड में बैलेंस रखते हैं तो बैलेंस ट्रांसफर पर विचार करें।
अपने आप से करें कुछ सवाल-जवाब
जैसे आप अपने करियर को लेकर अल्प और लंबे समय के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हैं। ठीक उसी तरह आपको अपनी अर्थव्यवस्था के लिए भी लक्ष्य बनाना चाहिए। इसलिए किसी भी चीज को खरीदने से पहले आप खुद से पूछें कि क्या इसकी मुझे वाकई में जरूरत है? क्या कुछ महीने के बाद खरीदना ठीक रहेगा? जवाब मिलने के बाद ही उस चीज को खरीदने की कोशिश करें।
मानसिक तौर पर रहे हर संकट के लिए तैयार
इस संकट के दौर में सैलरी कट या फिर नौकरी का चला जाना भी कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि कई कंपनियां इन दिनों अपने घाटे की भरपाई के लिए कर्मचारियों की सैलरी में कटौती या लेऑफ कर रही हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपनी आर्थिक व्यवस्था संतुलित बनाएं रखें और किसी भी संकट के लिए मानसिक तौर पर तैयार रहें। इसी के साथ आपको इस दौर में आपको कमाई के विकल्पों पर विचार करना चाहिए।