
टेस्ला भारत में प्रवेश को लेकर नहीं करना चाहती जल्दबाजी, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
बिक्री में गिरावट और टैरिफ संबंधी खतरों का सामना करते हुए अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला भारत में प्रवेश को लेकर सतर्कता बरत रही है।
कंपनी का मानना है कि भारत एक 'कठिन बाजार' है, लेकिन प्रवेश करने के लिए एक बढ़िया बाजार है।
पत्रकार वार्ता के दौरान कंपनी की भौगोलिक विस्तार योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) वैभव तनेजा ने कहा कि कंपनी फिलहाल भारतीय बाजार में उतरने पर काम कर रही है।
समस्या
कंपनी के सामने आ रही यह समस्या
वैभव तनेजा ने भारत में प्रवेश में शामिल जटिलताओं पर जोर दिया। खासकर उच्च आयात शुल्क, जो वर्तमान में टेस्ला वाहनों को कई भारतीय खरीदारों के लिए बेहद महंगा बनाता है।
तनेजा ने बताया, "हम जो भी कार भेजते हैं, उस पर 70 फीसदी टैरिफ और लगभग 30 फीसदी लग्जरी टैक्स लगता है।"
उन्होंने आगे कहा कि इससे कार पहले से भी महंगी हो जाती है, जिससे संभावित ग्राहकों में चिंता पैदा होती है।
आकर्षण
कंपनी को भारत में खींच रहा यह आकर्षण
CFO ने कहा, "यह एक बेहतरीन बाजार होगा, क्योंकि भारत में एक बड़ा मध्यम वर्ग है, जिसे हम अपने साथ जोड़ना चाहते हैं और हम शामिल होना चाहते हैं।"
EV निर्माता अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भारतीय बाजार में प्रवेश करने का सही समय क्या है।
भारत में चल रही मॉडल-Y की टेस्टिंग और साल के अंत में एलन मस्क के आने की योजना से टेस्ला के प्रवेश की चर्चाओं को बल मिला है।