सुकन्या समृद्धि योजना क्या है? जानिए कैसे करें इसमें निवेश
लड़कियों के उज्जवल भविष्य के लिए केंद्र सरकार ने साल 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) को लॉन्च किया था। जिसमें निवेश कर अभिवावक अपनी बेटियों की उच्च शिक्षा और उनकी शादी में खर्च होने वाली रकम को जुटा सकते हैं। अगर आप भी इस योजना में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो आज के इस लेख में हम आपको इस योजना के बारे में पूरे विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?
'बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओं' अभियान के तहत केंद्र सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया था। यह एक छोटी बचत योजना है जिसके तहत अभिवावक अपनी 10 साल से छोटी बेटी के नाम पर नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में खाता खुलवा सकते हैं। इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रूपये तक जमा कर सकते हैं। बेटी के 18 साल के होने पर इस खाते से 50 प्रतिशत तक रकम निकाली भी जा सकती है।
योजना के विषय में महत्वपूर्ण बातें
इस योजना में एक परिवार की दो बेटियों का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में एक परिवार की तीन बेटियों का भी अकाउंट खुलवाया जा सकता है, पर इसके लिए अभिवावकों को अतिरिक्त दस्तावेज देने पड़ते हैं। खाता धारक के 21 साल के होने पर यह अकाउंट मैच्योर हो जाता है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली रकम पूरी तरह टैक्स फ्री होती है। खाते में रकम जमा नहीं कराने पर प्रतिवर्ष 50 रुपये पैनल्टी लगती है।
रिटर्न में कितना मिलता है ब्याज?
बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतर स्कीम है, जिसके एक नहीं अनेकों फायदे है। इस योजना में निवेश करने पर आपको अच्छा-खासा रिटर्न मिलता है। जानकारी के मुताबिक अभी इस योजना की ब्याज की दर 7.6 प्रतिशत है।
खाता खुलवाते समय किन दस्तावेजों की पड़ती है जरूरत?
अकाउंट खुलवाने के लिए बेटी का जन्म प्रमाणपत्र होना बेहद जरुरी है। जिसके साथ-साथ माता-पिता को अपना पहचान पत्र भी देना पड़ता है, जैसे कि वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड आदि। माता-पिता को पहचान पत्र के साथ-साथ अपने पते का भी प्रमाण पत्र देना होता है, जिसमें वह राशन कार्ड, बिजली का बिल, फोन का बिल भी दे सकते हैं। अकाउंट खुलवाने के लिए आपको एक फार्म भरना पड़ता है, जिसे आप बैंक या पोस्ट ऑफिस से ले सकते हैं।