चीनी मिल्स को मिलेगी इथेनॉल पंप स्थापित करने की अनुमति, केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा
क्या है खबर?
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार (30 जनवरी) को घोषणा की है कि चीनी मिल्स को जल्द ही इथेनॉल पंप स्थापित करने की अनुमति दी जाएगी।
इससे लोगों को जैव ईंधन आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। यह इथेनॉल उत्पादन और उपयोग का विस्तार करने के लिए सरकार की ओर से उठाया जा रहा बड़ा कदम है।
इससे देश में इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से संचालित वाहनों को बढ़ावा मिलेगा और संचालन लागत और प्रदूषण कम होगा।
बयान
चीनी उद्योग की हिस्सेदारी बढ़ाने की बनाई योजना
शुगर-इथेनॉल और बायोएनर्जी इंडिया कॉन्फ्रेंस 2025 में बोलते हुए गडकरी ने कृषि सकल घरेलू उत्पाद में चीनी उद्योग की हिस्सेदारी 1-1.5 से बढ़ाकर 3 फीसदी बढ़ाने की योजना की रूपरेखा तैयार की।
उन्होंने इथेनॉल को आर्थिक और पर्यावरणीय प्रगति का प्रमुख चालक बताते हुए क्षेत्र के भीतर नवाचार और विविधीकरण की आवश्यकता पर बल दिया।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खुलासा किया कि दिसंबर, 2024 तक इथेनॉल मिश्रण पहले ही 19 फीसदी से अधिक हो गया था।
उपयोग
इथेनॉल का यह भी होगा उपयोग
गडकरी ने सड़क निर्माण के लिए इथेनॉल से बिटुमेन विकसित करने की योजना का भी खुलासा किया।
उन्होंने चीनी मिलों द्वारा उत्पादित CNG-संचालित ट्रैक्टरों के लिए पहल की भी घोषणा की और फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
केंद्रीय मंत्री ने बायो-कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) से हाइड्रोजन उत्पादन और जैव विमानन ईंधन के विकास के बारे में बात की, जो चीनी उद्योग को भारत के हरित ऊर्जा संक्रमण में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।