नई ऊंचाई पर पहुंची चांदी की कीमत, 5 प्रतिशत की दर्ज हुई उछाल
क्या है खबर?
चांदी की कीमतों में आज 5 प्रतिशत से ज्यादा की तेज बढ़त दर्ज की गई है। बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच चांदी पहली बार 75 डॉलर प्रति औंस (लगभग 2.17 लाख रुपये प्रति किलो) के पार पहुंच गई। स्पॉट मार्केट में चांदी लगातार पांचवें सत्र में मजबूत हुई और करीब 75.4 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर ट्रेड करती दिखी। इसने निवेशकों का ध्यान फिर से कीमती धातुओं की ओर खींचा है और बाजार में हलचल बढ़ा दी है।
भू-राजनीतिक तनाव
भू-राजनीतिक तनाव से बढ़ी सेफ-हेवन डिमांड
चांदी में आई इस तेजी की सबसे बड़ी वजह वैश्विक स्तर पर बढ़ता जियोपॉलिटिकल तनाव माना जा रहा है। वेनेजुएला को लेकर अमेरिका और अन्य देशों के बीच हालात सख्त हुए हैं, जहां तेल टैंकरों को रोके जाने की खबरें सामने आई हैं। ऐसे अनिश्चित माहौल में निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्प तलाशते हैं। इसी वजह से चांदी की सेफ-हेवन मांग बढ़ी है और कीमतों को मजबूत सपोर्ट मिला है।
सप्लाई
सट्टेबाजी और सप्लाई बाधाओं का असर
बाजार जानकारों के मुताबिक, चांदी की कीमतों को मजबूत सट्टेबाजी गतिविधियों और सप्लाई में लगातार बनी रुकावटों से भी सहारा मिला है। अक्टूबर में हुए ऐतिहासिक शॉर्ट स्क्वीज के बाद से ही लगातार प्रमुख ट्रेडिंग सेंटर्स में सप्लाई पर काफी दबाव बना हुआ है। इसके चलते चांदी की उपलब्धता सीमित रही और मांग ज्यादा दिखी है। यही वजह है कि कीमतों में तेजी की रफ्तार काफी तेज बनी हुई है।
प्रदर्शन
शानदार सालाना प्रदर्शन और आगे का संकेत
इस साल चांदी का प्रदर्शन निवेशकों के लिए बेहद मजबूत और भरोसेमंद साबित हुआ है। बीते एक साल में इसकी कीमत करीब 138 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि 6 महीनों में 99 प्रतिशत की तेजी दर्ज हुई है। मजबूत इंडस्ट्रियल डिमांड, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी और ETF में लगातार निवेश से चांदी को सपोर्ट मिल रहा है। जानकारों का मानना है कि थोड़ी बहुत मुनाफावसूली के बावजूद चांदी की कीमतें आगे भी मजबूत बनी रह सकती हैं।