चांदी एनवीडिया को पीछे छोड़ बनी दुनिया की दूसरी सबसे कीमती संपत्ति
क्या है खबर?
चांदी की कीमतों में बढ़त का सिलसिला जारी है। कीमतों में हो रही लगातार बढ़ोतरी के कारण यह सफेद धातु चिप निर्माता दिग्गज कंपनी एनवीडिया को पीछे छोड़कर दुनिया की दूसरी सबसे कीमती संपत्ति बन गई है। लगातार पांचवें सत्र में तेजी के बाद चांदी 84 डॉलर प्रति औंस (लगभग 2.43 लाख रुपये प्रति किलो) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची। इस स्तर पर चांदी का कुल मूल्यांकन करीब 4.65 लाख करोड़ डॉलर (लगभग 420 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई है।
वजह
एनवीडिया को पीछे छोड़ने की वजह
कोबेसी लेटर के मुताबिक, 84 डॉलर प्रति औंस के भाव पर चांदी की वैल्यू एनवीडिया से ज्यादा हो गई। शुक्रवार को एनवीडिया का शेयर 190.53 डॉलर पर बंद हुआ था और कंपनी का बाजार मूल्यांकन 4.63 लाख करोड़ (लगभग 415 लाख करोड़ रुपये) रहा। आज फ्यूचर्स मार्केट खुलने के 20 मिनट के भीतर चांदी 83.75 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई, जो पिछले बंद भाव से करीब 6 प्रतिशत ज्यादा थी।
तेजी
मार्च फ्यूचर्स में करीब 6 प्रतिशत की तेजी
आज चांदी पहली बार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 2.50 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है। सोमवार को MCX पर चांदी के मार्च फ्यूचर्स करीब 6 प्रतिशत की तेजी के साथ 2.54 लाख रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचे। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में मजबूती देखी गई। इस साल अब तक चांदी करीब 180 प्रतिशत चढ़ चुकी है, जिससे यह सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली कीमती धातुओं में शामिल हो गई है।
गिरावट
प्रॉफिट बुकिंग से अचानक गिरावट
रिकॉर्ड तेजी के बाद चांदी में मुनाफावसूली देखने को मिली है। कुछ ही मिनटों में कीमतें रिकॉर्ड हाई से करीब 5 प्रतिशत तक गिर गईं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, 80 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार करने के बाद ट्रेडर्स ने तेजी से प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर दी। सप्लाई और डिमांड में असंतुलन के कारण यह गिरावट आई। सोमवार को चांदी करीब 5 प्रतिशत टूटी, जबकि इससे पहले यह लगातार पांच दिनों तक चढ़ती रही थी।
असर
कमजोर डॉलर और वैश्विक तनाव का असर
कमजोर डॉलर और बढ़ते वैश्विक तनाव ने कीमती धातुओं की मांग को मजबूत किया है। इसी वजह से चांदी, सोना और प्लैटिनम साल के आखिर में अपने अब तक के ऊंचे स्तर पर पहुंचे। हालांकि, तेज उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला। सुबह 06:00 बजे तक चांदी की कीमत गिरकर 75.15 डॉलर प्रति औंस (लगभग 2.17 लाख रुपये प्रति किलो) रह गई। इस तरह कुछ देर में ही चांदी की कीमत में करीब 10 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।