टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO का रास्ता साफ, SEBI से मिली मंजूरी
टाटा टेक्नोलॉजीज के इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की तरफ से आज मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही अब 19 साल बाद टाटा की एक और कंपनी का IPO मार्केट में निवेश के लिए लॉन्च होगा। टाटा टेक ने मार्केट रेग्युलेटर नियामक SEBI के पास मार्च में फाइल जमा की थी। टाटा टेक्नोलॉजीज की बात करें तो यह टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी कंपनी है।
क्या होता है IPO?
जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर बिक्री के लिए उपलब्ध करती है तो इसे IPO कहते हैं। कंपनियों को जब फंड की जरूरत होती है तो ये खुद को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करवाती हैं और IPO जारी करती हैं। इससे कंपनी को फंड मिल जाता है और शेयर खरीदने वालों की कंपनी में हिस्सेदारी हो जाती है। निवेशकों से आए फंड को कंपनी अपनी कंपनी की तरक्की और तमाम अन्य कामों पर खर्च करती है।
नहीं जारी होगा नया शेयर
टाटा टेक्नोलॉजीज का इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित होगा। कंपनी के पब्लिक इश्यू में OFS के जरिए 9.57 करोड़ शेयर यानी 23.6 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जाएगी। इसके तहत कोई भी शेयर नया नहीं जारी होगा और कंपनी के प्रमोटर्स-शेयरहोल्डर्स OFS विंडो के तहत अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे। हालांकि, अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है कि IPO के जरिए कितना फंड जुटाया जाएगा और इसका प्राइस बैंड क्या होगा।
टाटा मोटर्स और 2 अन्य शेयर होल्डर बेचेंग अपने शेयर
OFS के जरिए टाटा मोटर्स 8,11,33,706 इक्विटी शेयर बेचेगी। टाटा टेक्नोलॉजीज के 2 अन्य शेयर होल्डर अल्फा टीसी होल्डिंग्स अपने 97,16,853 इक्विटी शेयर और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड इस इश्यू के तहत अपने 48,58,425 शेयरों की बिक्री करेंगे। जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, सिटी ग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और बोफा सिक्योरिटीज लिमिटेड इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनजर्स हैं। टाटा टेक्नोलॉजी के IPO के लिए कंपनी ने जब फाइल पेश किया था तभी से यह चर्चा में है।
2004 में आया था TCS का IPO
टाटा टेक्नोलॉजीज एक अग्रणी ग्लोबल इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी है। यह ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEM) को प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजिटल सॉल्यूशन उपलब्ध कराती है। यह कंपनी ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल हैवी मशीनरी और एयरोस्पेस सेक्टर को भी सर्विस प्रदान करती है। बता दें कि टाटा टेक्नोलॉजीज का गठन 33 साल पहले हुआ था। इससे पहले टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का IPO साल 2004 में आया था। तब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का IPO लाया गया था।
TCS ने खूब दिया रिटर्न
बता दें कि TCS इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी सर्विस सेक्टर में दुनिया की भारत की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है। इस कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 11.7 लाख करोड़ रुपये के आसपास रहा है। इस IT स्टॉक ने निवेशकों को खूब रिटर्न दिया और यह दलाल स्ट्रीट के सबसे बड़े वेल्थ क्रिएटर्स में से एक रही। यही वजह है कि कई निवेशकों को टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO का भी बेसब्री से इंतजार था।