गूगल से डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जानकारी हटाने का सबसे आसान तरीका
क्या है खबर?
हमारे फोन और कंप्यूटर में कुछ ऐसी ऐप्स होती हैं, जिन्हें हम खरीदकर इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे में हमारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी गूगल प्ले स्टोर में सेव हो जाती है, ताकि बार-बार भुगतान करने पर जानकारी दोबारा न डालनी पड़े।
अगर आप चाहें तो अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारियों को गूगल से हटा भी सकते हैं।
आइए जानते हैं कि इन्हें गूगल से हटाने की प्रक्रिया क्या है।
नियम
1 जनवरी से बदला है गूगल का नियम
गूगल से कार्ड की जानकारियां हटाने से पहले आपको बता दें कि 1 जनवरी, 2022 से गूगल के कुछ नए नियमों में बदलाव हुआ है।
गूगल के मुताबिक, 1 जनवरी से किसी भी कार्ड की जानकारी स्टोर नहीं की जाएगी। इस प्रक्रिया में ग्राहकों को परेशानी जरूर होगी लेकिन ये उनकी सुरक्षा के लिए कदम है।
आपको बता दें कि अब गूगल पे से किसी भी चीज को खरीदने के लिए बार-बार जानकारी देनी पड़ेगी।
गूगल ऐड्स
गूगल से कार्ड की जानकारी हटाने का तरीका
गूगल ऐड्स में डेबिट कार्ड और डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने वाले आसानी से अपने कार्ड की जानकारी हटा सकते हैं।
सबसे पहले आपको गूगल ऐड्स में साइन इन करना पडे़गा।
इसके बाद आप टूल्स विकल्प को चुनें, फिर बिलिंग विकल्प को चुनें और भुगतान विधि पर क्लिक करें।
यहां पर आपको पेमेंट ऐड और रिमूव करने का विकल्प दिखाई दे रहा होगा। रिमूव करने के विकल्प को चुनें।
आसानी से आपकी जानकारी गूगल ऐड्स से हट जाएगी।
गूगल पे
'गूगल पे' से जानकारी हटाना
सबसे पहले गूगल पे होम स्क्रीन पर जाएं।
स्क्रीन के ऊपर पेमेंट मेथड पर क्लिक करें। इसके बाद सभी पेमेंट मेथड सामने आ जाएंगे।
अब उस डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड को चुनें, जिसकी जानकारी हटानी है।
स्क्रीन पर कन्फर्म करने का मैसेज दिखाई देगा, इसको कन्फर्म करें।
इसके बाद आपके द्वारा चुने गए कार्ड की जानकारी गूगल पे हटा देगा।
अब किसी भी पेमेंट के लिए आपको हर बार अपने कार्ड की जानकारी देनी पड़ेगी।
जानकारी
कार्ड की सुरक्षा को लेकर RBI का नियम
आपको बता दें कि 30 जून, 2022 के बाद कोई भी कंपनी या मर्चेंट ग्राहकों के कार्ड की जानकारी स्टोर नहीं कर सकेगा।
यह नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू होने वाला था लेकिन RBI ने यह फैसला टालकर 1 जुलाई, 2022 से लागू करने को कहा है।
RBI के टोकनाइजेशन सिस्टम को देखते हुए गूगल ने यह नियम एक जनवरी से ही लागू कर दिए हैं, जिससे ग्राहकों के कार्ड की जानकारी को सुरक्षित रखा जा सके।