रिलायंस-डिज्नी के विलय को यूरोपीय आयोग ने दी मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी के विलय को यूरोपीय आयोग ने मंजूरी दी है। इस विलय से भारत का सबसे बड़ा मीडिया समूह बनेगा, जिसकी कीमत 8.5 अरब डॉलर (लगभग 714 अरब रुपये) होगी। विलय के तहत कई टीवी चैनल और 2 स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म शामिल होंगे। रिलायंस को नई कंपनी में 56 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी, जबकि डिज्नी को 37 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी। बाकी 7 प्रतिशत हिस्सेदारी उदय शंकर और जेम्स मर्डोक की होगी।
नीता अंबानी होंगी उपाध्यक्ष
इस कंपनी की अध्यक्ष नीता अंबानी और उपाध्यक्ष उदय शंकर होंगे। रिलायंस और डिज्नी के विलय के बाद बनी नई कंपनी में 100 से ज्यादा टीवी चैनल और 2 स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म शामिल होंगे। भविष्य की योजनाओं में डिज्नी+ हॉटस्टार को बनाए रखना शामिल है, जिसमें 2025 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के स्ट्रीमिंग अधिकार भी शामिल हो सकते हैं। इस कदम से कंपनी की मनोरंजन और खेल क्षेत्र में पहुंच और मजबूत होने की उम्मीद है।
रिलायंस के पास इतना होगा अधिकार
रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिज्नी का विलय 2025 की शुरुआत तक पूरा होगा, जिसमें रिलायंस 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। संयुक्त इकाई का कुल मूल्य 70,350 करोड़ रुपये होगा। रिलायंस के पास 16.34 प्रतिशत, वायकॉम18 के पास 46.82 प्रतिशत, और डिज्नी के पास 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। बोर्ड में रिलायंस के 5, डिज्नी के 3 और 2 स्वतंत्र निदेशक सदस्य होंगे। नई इकाई के पास IPL और ICC इवेंट्स के प्रसारण अधिकार होंगे।