
पेरप्लेक्सिटी AI से अब पैसे कमा सकेंगे प्रकाशक, कंटेंट के इस्तेमाल पर होगा भुगतान
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी परप्लेक्सिटी AI प्रकाशकों को उनके कंटेंट के इस्तेमाल पर भुगतान करेगी। कंपनी ने बताया कि जब उसका AI असिस्टेंट या ब्राउजर किसी प्रश्न का उत्तर देने में मीडिया आउटलेट्स के लेखों का उपयोग करेगा, तो उन्हें इसका लाभ मिलेगा। परप्लेक्सिटी का कहना है कि यह मॉडल AI युग के लिए उपयुक्त है और पत्रकारों व मीडिया संस्थानों को डिजिटल दौर में कमाई का नया अवसर देगा।
खर्च
मीडिया संस्थानों के लिए करोड़ों डॉलर
परप्लेक्सिटी ने अपने मीडिया पार्टनर्स को भुगतान के लिए 4.25 करोड़ डॉलर (लगभग 370 करोड़ रुपये) की राशि अलग रखी है। यह भुगतान आने वाले महीनों में 'कॉमेट प्लस' नाम की सदस्यता सेवा के जरिए किया जाएगा। इसके तहत यूजर्स से 5 डॉलर (लगभग 440 रुपये) मासिक शुल्क लिया जाएगा। कंपनी का कहना है कि समय के साथ यह राशि और बढ़ेगी और प्रकाशक तथा पत्रकार AI-संचालित नए बिजनेस मॉडल से सीधे लाभान्वित होंगे।
विवाद
विवाद और मुकदमे
परप्लेक्सिटी सिलिकॉन वैली का एक लोकप्रिय स्टार्टअप है, जिसे गूगल के संभावित प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाता है। हालांकि, इस पर वॉल स्ट्रीट जर्नल, न्यूयॉर्क टाइम्स और जापान के योमिउरी शिंबुन जैसे मीडिया संस्थानों ने मुकदमे दर्ज किए हैं। आरोप है कि कंपनी कॉपीराइट की गई कंटेंट का अवैध इस्तेमाल कर रही है। एक मामले में तो उस पर वॉल स्ट्रीट जर्नल और न्यूयॉर्क पोस्ट के लेखों की नकल करने का भी आरोप लगाया गया है।
प्रतिक्रिया
कंपनी का बचाव और प्रतिक्रिया
परप्लेक्सिटी का कहना है कि उसका रेवेन्यू-शेयरिंग मॉडल इन विवादों के बीच मीडिया संस्थानों के लिए एक शांति प्रस्ताव है। कंपनी का टूल ChatGPT जैसे अन्य AI से अलग है, क्योंकि यह बिल्कुल नया जवाब देता है और अक्सर सोर्स लिंक भी जोड़ता है। हालांकि, पारंपरिक सर्च इंजन से अलग यह सीधे अपने पेज पर तैयार उत्तर दिखाता है। कंपनी का मानना है कि सभी को मिलकर ऐसे नए उपकरण बनाने चाहिए, जो मीडिया और तकनीक दोनों को लाभ पहुंचाएं।