
OpenAI-सॉफ्टबैंक की 43,000 अरब रुपये की AI परियोजना अटकी, साझेदारी में मतभेद बनी रुकावट
क्या है खबर?
OpenAI और सॉफ्टबैंक की 500 अरब डॉलर (लगभग 43,000 अरब रुपये) की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) परियोजना को जमीन पर उतरने में मुश्किल हो रही है। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सरकार के समर्थन से घोषित 'प्रोजेक्ट स्टारगेट' अब तक किसी भी डाटा सेंटर के लिए सौदा नहीं कर पाया है। शुरुआती बड़े वादों के बावजूद, यह परियोजना अब अपने निकट-अवधि के लक्ष्य भी काफी हद तक कम कर चुकी है।
मतभेद
साझेदारी में मतभेद बनी बड़ी रुकावट
रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टबैंक और OpenAI के बीच कई मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई है। सबसे बड़ा मतभेद इस बात को लेकर है कि डाटा सेंटर कहां बनाए जाएं। पहले जहां दोनों कंपनियां 100 अरब डॉलर (लगभग 8,600 अरब रुपये) तत्काल निवेश करने को तैयार थीं, अब 2025 के अंत तक सिर्फ ओहायो में एक छोटा डाटा सेंटर बनाने का लक्ष्य बचा है। इससे पूरी परियोजना की गति और महत्वाकांक्षा पर असर पड़ा है।
झटका
मासायोशी सोन की योजना को झटका
सॉफ्टबैंक के CEO मासायोशी सोन पिछले कुछ वर्षों में AI के क्षेत्र में बड़े निवेश करते रहे हैं। उन्होंने 2025 की शुरुआत में OpenAI को 30 अरब डॉलर (लगभग 2,600 अरब रुपये) देने का वादा भी किया था, जिससे वह माइक्रोसॉफ्ट के बाद कंपनी के सबसे बड़े साझेदार बन सकते थे। हालांकि, अब परियोजना में रुकावट आने से उनकी AI रणनीति की व्यवहारिक, तकनीकी और वित्तीय चुनौतियां स्पष्ट रूप से सामने आ गई हैं।