
ओला इलेक्ट्रिक पर लगा भुगतान रोकने का आरोप, जानिए क्या है मामला
क्या है खबर?
ओला इलेक्ट्रिक की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। कभी ग्राहकों की शिकायतों के कारण जांच का सामना करना पड़ा है तो हाल ही में उसके शोरूम्स पर छापे की कार्रवाई हुई है।
अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने वाली और वाहन पंजीकरण एजेंसी रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज ने ओला को अदालत में घसीटा है।
उस पर लगभग 18-20 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने का आराेप लगाया है। EV निर्माता ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में यह खुलासा किया।
आरोप
कंपनी पर लगाया है यह आरोप
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा है कि रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के समक्ष उसके स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज के खिलाफ दिवालियापन याचिका दायर की है।
इसमें ऑपरेशनल क्रेडिटर द्वारा प्रदान की गई सेवाओं के भुगतान में चूक का आरोप लगाया गया है।
इसके तहत दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता की धारा 9 के तहत कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) शुरू करने की मांग की गई है।
जवाब
ओला ने दावों पर जताई आपत्ति
ओला इलेक्ट्रिक ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि उसने उचित कानूनी सलाह मांगी है और वह दावों का पुरजोर विरोध करती है।
उसने कहा, "कंपनी अपने हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक और उचित कदम उठाएगी और उपरोक्त मामले में आरोपों पर आपत्ति जताएगी।"
बता दें, इससे पहले कंपनी ने कहा था कि वह अपनी वाहन पंजीकरण एजेंसी रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज और शिमनीत इंडिया के साथ अनुबंधों पर फिर से बातचीत कर रही है।