
नोएडा के रक्षा स्टार्टअप राफे एमफिबर को मिला 860 करोड़ रुपये का निवेश
क्या है खबर?
भारतीय एयरोस्पेस स्टार्टअप राफे एमफिबर ने जनरल कैटालिस्ट की अगुवाई में 10 करोड़ डॉलर (लगभग 860 करोड़ रुपये) का निवेश जुटाया है। यह भारत के निजी एयरोस्पेस क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी फंडिंग मानी जा रही है। नोएडा स्थित इस कंपनी की कुल फंडिंग अब लगभग 1,240 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी ड्रोन और अन्य रक्षा उत्पाद बनाती है, जिनमें से कई पहले ही भारतीय सेना द्वारा उपयोग किए जा रहे हैं और कुछ परीक्षण में हैं।
उपयोग
इस निवेश का उपयोग कैसे होगा?
राफे एमफिबर इस निवेश का उपयोग अपने एंड-टू-एंड मैन्युफैक्चरिंग मॉडल को और भी मजबूत करने में करेगी। कंपनी के पास एक वर्टिकल इंटीग्रेटेड एयरोस्पेस कैंपस है, जिसमें एयरोडायनामिक्स, थर्मोडायनामिक्स और मटेरियल साइंस जैसी अलग-अलग विशेषज्ञ टीमें काम करती हैं। कंपनी के mR10, mR20, X8 जैसे ड्रोन सिस्टम सैन्य अभियानों में तेजी ला रहे हैं। यह बड़ा निवेश भारतीय रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा।
समर्थन
सरकार के iDEX कार्यक्रम से भी मिल रहा समर्थन
भारत सरकार भी निजी एयरोस्पेस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। हाल ही में HAL को सैटेलाइट लॉन्च तकनीक सौंपने और iDEX जैसे कार्यक्रमों से स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राफे एमफिबर जैसे स्टार्टअप इस बदलाव में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। जनरल कैटालिस्ट के नीरज अरोड़ा ने कहा कि राफे एमफिबर के उत्पाद जमीन पर असर दिखा रहे हैं और भविष्य के लिए बड़ी उम्मीदें जगा रहे हैं।