
कमर्शियल LPG सिलेंडर 25 रुपये हुआ महंगा, कांग्रेस ने बताया नए साल का तोहफा
क्या है खबर?
नए साल पर कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसा है।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, "नए साल का पहला तोहफा, कमर्शियल LPG सिलेंडर अब 25 रुपये महंगा हुआ है, यह तो शुरुआत है।"
हालांकि, घरेलू रसोई गैस की कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ है, लेकिन कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर पर उपभोक्ताओं को 25 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे।
कीमत
कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर के लिए कितना भुगतान करना होगा?
19 किलो के कमर्शियल LPG सिलेंडर के मूल्य में वृद्धि के बाद देश के चार महानगरों दिल्ली में अब एक सिलेंडर की कीमत 1,768 रुपये, मुंबई में 1,721 रुपये, कोलकाता में 1,870 रुपये और चेन्नई में 1,917 रुपये हो गई है।
कमर्शियल LPG सिलेंडरों के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट्स पर भी पड़ेगा।
इससे आने वाले दिनों में बाहर खाना या ऑनलाइन ऑर्डर करना और अधिक महंगा हो सकता है।
कीमत
1 अक्टूबर को 25.50 रुपये घटाई गई थी कीमत
इससे पहले आखिरी बार 1 अक्टूबर को कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई थी। तब इसकी कीमत में 25.50 रुपये की कमी की गई थी।
अक्टूबर से पहले सितंबर, अगस्त और जुलाई में भी कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती हुई थी।
इसके दाम 1 सितंबर को 100 रुपये, 1 अगस्त को 36 रुपये, 6 जुलाई को 8.50 रुपये और 1 जुलाई को 198 रुपये घटाए गए थे।
टैक्स के कारण अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग कीमत होती है।
बदलाव नहीं
घरेलू LPG सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं
14.2 किलोग्राम के रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह दिल्ली में पहले की तरह 1,053 रुपये में ही मिलेगा।
इसी तरह मुंबई में इसकी कीमत 1,052.50 रुपये, कोलकाता में 1,079 रुपये, चेन्नई में 1,068.50 रुपये और हैदराबाद में 1,100 रुपये ही है।
आखिरी बार 6 जुलाई को घरेलू गैस की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी और उसके बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
हल्ला बोल
महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 7 सिंतबर को 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने से पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की महंगाई पर 'हल्ला बोल' रैली की थी।
उस दौरान वह महंगाई और बरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमलावर नजर आए थे।
इसे 2024 के चुनाव से पहले कांग्रेस की तैयारी की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है। यात्रा के दौरान राहुल लगातार महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं।