
इंटेल ने पूरी की कर्मचारियों के छंटनी की योजना, 15 प्रतिशत लोगों की जाएगी नौकरी
क्या है खबर?
चिप बनाने वाली कंपनी इंटेल इस साल बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। कंपनी ने कहा कि पिछली तिमाही में घोषित 15 प्रतिशत छंटनी की योजना लगभग पूरी हो गई है। यह फैसला मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) लिप-बू टैन के नेतृत्व में लिया गया है। छंटनी के ऐलान के बाद इंटेल के शेयरों में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि, कंपनी को दूसरी तिमाही में 2.9 अरब डॉलर (लगभग 25,000 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है।
वजह
कमाई घटने और भविष्य सुधारने की कोशिश
कंपनी का कहना है कि वह लाभ बढ़ाने और प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए यह कदम उठा रही है। CEO टैन का मानना है कि इंटेल को फिर से मजबूत बनाने में समय लगेगा, लेकिन इसकी संभावना साफ नजर आ रही है। कंपनी अपने ढांचे को तेज, सरल और कुशल बनाना चाहती है। छंटनी के पीछे लागत में कटौती और बाजार की मांग के अनुसार खर्च को नियंत्रित करना भी एक प्रमुख कारण है।
असर
किस विभाग पर पड़ा असर?
इंटेल ने कहा कि वह 2025 के अंत तक अपने मुख्य डिवीजन में कर्मचारियों की संख्या घटाकर 75,000 तक लाएगी, जिसमें सहायक कंपनियां शामिल नहीं होंगी। कंपनी के मुताबिक, यह छंटनी जर्मनी और पोलैंड की परियोजनाएं बंद करने और अमेरिका के ओहायो में निर्माण की गति धीमी करने जैसी योजनाओं का हिस्सा है। हाल ही में ओरेगन में करीब 2,400 कर्मचारियों की छंटनी का नोटिस भी जारी किया गया है।
अन्य
तकनीकी प्रतिस्पर्धा में पिछड़ने से दबाव
पिछले कुछ वर्षों से इंटेल लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है। वह मोबाइल और AI जैसी नई तकनीकों को समय रहते नहीं अपना सकी, जिससे कंपनी एनवीडिया जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों से पीछे रह गई। एनवीडिया अब 4 लाख करोड़ डॉलर (लगभग 3.50 लाख अरब रुपये) मार्केट कैप वाली दुनिया की पहली कंपनी बन चुकी है। इंटेल की तरह ही इस साल माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी अन्य टेक कंपनियों ने भी बड़ी संख्या में छंटनी की है।