डॉलर के मुकाबले रुपया 86.27 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा
क्या है खबर?
भारतीय रुपया आज (13 जनवरी) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.27 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला।
यह गिरावट पिछले 3 दिनों से जारी रुपये की कमजोरी के चलते आई है। शुक्रवार को रुपया 85.97 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जबकि आज यह 86.27 तक पहुंच गया।
रुपये में लगातार गिरावट भारत के आर्थिक दृष्टिकोण के लिए चिंता का कारण बन रही है और इससे निवेशकों में असमंजस बढ़ता जा रहा है।
वजह
तेल की कीमतों और डॉलर की मजबूती से गिरावट
रुपये की गिरावट के पीछे की वजह कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें हैं। कच्चे तेल के वायदा भाव 81.49 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक है।
भारत तेल का बड़ा आयातक है और तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से व्यापार घाटा बढ़ सकता है। इसके अलावा, डॉलर इंडेक्स में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की ताकत और कमजोर हुई है।
इन कारकों ने रुपये पर दबाव बढ़ाया है।
अन्य वजह
विदेशी निवेशकों की निकासी
विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय शेयर बाजार से पूंजी की निकासी भी रुपये की गिरावट का कारण बनी है।
इस महीने विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों और बॉन्ड्स से 3 अरब डॉलर से अधिक की निकासी की है, जिससे रुपये की स्थिति और कमजोर हुई है।
इसके साथ ही, अमेरिकी नीतियों के बारे में बढ़ती अनिश्चितताएं और डॉलर की मजबूती ने विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार से बाहर कर दिया है, जिससे रुपये की गिरावट में और इजाफा हुआ है।