चीन पर निर्भरता घटाने के लिए आयात शुल्क बढ़ाने पर विचार कर रहा भारत
क्या है खबर?
भारत कुछ चुनिंदा उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने और सीमित प्रोत्साहन देने पर विचार कर रहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इसका उद्देश्य व्यापार घाटे को कम करना और किसी एक देश पर ज्यादा निर्भरता घटाना है। इन उपायों की घोषणा आने वाले आम बजट में हो सकती है। केंद्र सरकार चाहती है कि देश में बने सामानों को बढ़ावा मिले और बाहर से आने वाले माल पर निर्भरता धीरे-धीरे कम की जाए।
वजह
क्यों उठाया जा रहा है यह कदम?
सरकार का ध्यान उन सामानों पर है, जिनका आयात कुछ खास देशों से बहुत अधिक होता है। अधिकारियों के अनुसार, कई ऐसे उत्पाद हैं, जिनमें भारत की निर्भरता ज्यादा है और इसे घटाने की जरूरत है। इसी वजह से कुछ वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाने और कुछ को सरकारी मदद देने की योजना है। यह फैसला ऐसे समय लिया जा रहा है जब देश का व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है और आयात, निर्यात से काफी आगे निकल गया है।
असर
किन उत्पादों और देशों पर है असर?
सरकार ने करीब 100 ऐसे उत्पादों की पहचान की है, जिन्हें मदद मिल सकती है। इनमें इंजीनियरिंग सामान, स्टील, मशीनें और रोजमर्रा के कुछ उपभोक्ता उत्पाद शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार, कई श्रेणियों में चीन का दबदबा बना हुआ है। उदाहरण के तौर पर, छाते, चश्मे और खेती की मशीनों का बड़ा हिस्सा चीन से आता है। केंद्र सरकार उद्योगों से घरेलू उत्पादन बढ़ाने और विदेशी निर्भरता घटाने की अपील कर रही है।