IPL के दौरान अवैध सट्टेबाजी कारोबार में हो सकती है वृद्धि, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होने से पहले विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस दौरान भारत में अवैध सट्टेबाजी तेजी से बढ़ेगा।
डिजिटल इंडिया फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कारोबार हर साल 100 अरब डॉलर (लगभग 8,700 अरब रुपये) से ज्यादा का हो चुका है और 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 4 सट्टेबाजी प्लेटफार्मों (परिमैच, स्टेक, 1xबेट और बैटरी बेट) को 3 महीनों में 1.6 अरब विजिट मिले।
वजह
सोशल मीडिया और डिजिटल विज्ञापनों से बढ़ रही सट्टेबाजी
रिपोर्ट में बताया गया है कि अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म डिजिटल विज्ञापन, सोशल मीडिया प्रचार और प्रभावशाली लोगों की मदद से तेजी से बढ़ रहे हैं।
फेसबुक, मेटा और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स ने इन सट्टेबाजी साइटों को करोड़ों विजिट दिए हैं।
अवैध ऑपरेटर सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उनकी साइटें 'सर्वश्रेष्ठ IPL सट्टेबाजी साइट' जैसी सर्च में ऊपर आती हैं। व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए ये प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों तक पहुंच बना रहे हैं।
कदम
सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत
डिजिटल इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक अरविंद गुप्ता के अनुसार, अवैध सट्टेबाजी से प्राप्त धन का इस्तेमाल विदेशों में अवैध गतिविधियों और चुनावी फंडिंग के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कई भारतीय नागरिक इन साइटों पर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सोशल मीडिया कंपनियों को ऐसे विज्ञापन स्वीकार करने से रोका जाए और अवैध जुए को बढ़ावा देने वाले प्रभावशाली लोगों पर भी प्रतिबंध लगाया जाए।