हीरो को 2 साल पुराने मामले में मिली क्लिन चिट, जानिए क्या है मामला
क्या है खबर?
कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय (MCA) ने दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता हीरो मोटोकॉर्प को 2 साल पहले के एक मामले में लगभग क्लिन चिट दे दी है।
सूत्रों ने बताया कि जांच रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर मंत्रालय को सौंप दिया गया है, जिसमें आगे किसी कार्रवाई की बात नहीं कही गई है।
कंपनी कॉर्पोरेट शासन मानदंडों के उल्लंघन और फंड डायवर्जन के आरोप के चलते 2023 से ही प्रशासनिक मानकों की जांच के दायरे में है।
नतीजा
क्या रहा जांच का नतीजा?
सरकारी सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि कॉर्पोरेट मंत्रालय को हीरो मोटोकॉर्प के खिलाफ कॉर्पोरेट प्रशासन और फंड उल्लंघन का कोई मामला नहीं मिला है।
सूत्रों में से एक ने बताया, "आगे कोई कार्रवाई करने का सुझाव नहीं दिया गया है। जांच रिपोर्ट में ऑटोमोबाइल निर्माता को लगभग क्लीन चिट दे दी गई है।"
जून, 2023 में मंत्रालय ने आयकर विभाग को फंड डायवर्जन और कॉर्पोरेट गवर्नेंस उल्लंघन के आरोपों की जांच का आदेश दिया था।
जांच
कंपनी के कई परिसरों में हुई थी जांच
यह जांच मार्च, 2022 में कंपनी से जुड़े कई परिसरों में की गई कर तलाशी से शुरू हुई थी।
ये छापे कथित टैक्स चोरी की व्यापक जांच का हिस्सा थे, जिसने संभावित वित्तीय कुप्रबंधन और शासन उल्लंघनों के बारे में चिंता जताई थी।
बता दें, दिसंबर तिमाही में हीरो ने 1,203 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। कंपनी ने त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड मांग के चलते अपनी अब तक की सबसे अधिक तिमाही खुदरा बिक्री भी हासिल की।