सरकार ने कंप्यूटर, लैपटॉप और टैबलेट के आयात पर लगाया प्रतिबंध, इन मामलों में है छूट
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने आज (3 अगस्त) को लैपटॉप, टैबलेट, पर्सनल कंप्यूटर (PC), अल्ट्रा-स्माल फॉर्म फैक्टर वाले कंप्यूटर और सर्वर के आयात पर प्रतिबंध की घोषणा की है।
इन वस्तुओं के आयात को वैध लाइंसेंस के आधार पर अनुमति दी जाएगी।
प्रतिबंध के लिए जारी अधिसूचना के मुताबिक, कुछ मामलों में इन नियमों से छूट दी गई है। पर्सनल इस्तेमाल और रिसर्च आदि के लिए लैपटॉप, टैबलेट आदि मंगाने पर कोई रोक नहीं लगाई गई है।
छूट
इन मामलों में दी गई है छूट
रिसर्च और डेवलपमेंट, टेस्टिंग, बेंचमार्किंग, रिपेयरिंग, प्रोडक्ट डेवलपमेंट और फिर से निर्यात करने के मामलों में प्रति खेप 20 प्रोडक्ट मंगाने पर आयात लाइसेंस से छूट प्रदान की गई है।
अधिसूचना के मुताबिक, आयात की अनुमति इस शर्त के साथ दी जाएगी कि प्रोडक्ट का उपयोग केवल बताए गए उद्देश्यों के लिए किया जाएगा और उन्हें बेचा नहीं जाएगा।
यह भी कहा गया कि काम होने के बाद प्रोडक्ट या तो नष्ट कर दिया जाएगा या फिर निर्यात किया जाएगा।
कैपिटल
कैपिटल गुड्स का हिस्सा होने पर आयात लाइसेंस से मिलेगी छूट
अधिसूचना के मुताबिक, कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट आदि के आयात को सिर्फ प्रतिबंधित आयात के लिए वैध लाइसेंस के तहत अनुमति दी जाएगी।
यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह प्रतिबंध बैगेज नियमों के तहत आयात पर लागू नहीं होगा। पुरानी नीति के तहत इस तरह के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट के आयात की छूट थी।
अगर लैपटॉप, टैबलेट, पीसी और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर और सर्वर किसी कैपिटल गुड्स का हिस्सा हैं, तो उन्हें आयात लाइसेंस से छू दी जाएगी।
व्यापार
भारत का व्यापार घाटा बढ़ने के बीच लगाया गया प्रतिबंध
भारत के व्यापार संतुलन पर दबाव के बीच आयात पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। मई और जून में व्यापार घाटा 1,65,000 करोड़ से अधिक हो गया है।
अप्रैल-जून में भारत का व्यापारिक आयात 2022-23 की पहली तिमाही की तुलना में 12.7 प्रतिशत कम हो गया है और निर्यात में 15.1 प्रतिशत की गिरावट आई है।
विदेशी सामानों की खरीदारी भले ही गिरी है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक सामानों का आयात अप्रैल-जून में साल-दर-साल 6.3 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1,63,000 करोड़ हो गया है।
आयात
पेट्रोलियम प्रोडक्ट के बाद सबसे ज्यादा आयात होता है इलेक्ट्रॉनिक सामान
पेट्रोलियम उत्पादों के बाद भारत में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक सामानों का आयात होता है। हालांकि, नए आंकड़ों के अनुसार, भारत द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सामानों का निर्यात अप्रैल-जून में 47.1 प्रतिशत बढ़कर लगभग 57,000 करोड़ रुपये हो गया है।
कुछ समय पहले आई ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के आयात में गिरावट उन क्षेत्रों में ज्यादा हुई है जहां सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना शुरू की गई है।