
गूगल के खिलाफ प्रमुख अमेरिकी प्रकाशक ने किया मुकदमा, जानिए क्या है मामला
क्या है खबर?
गूगल को अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्च फीचर AI ओवरव्यू को लेकर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। रोलिंग स्टोन, वैरायटी और बिलबोर्ड जैसी मशहूर पत्रिकाओं की मालिक पेंसके मीडिया ने गूगल पर मुकदमा दायर किया है। आरोप है कि गूगल उनकी वेबसाइट का कंटेंट का बिना अनुमति इस्तेमाल कर रही है। पेंसके का कहना है कि इससे उनकी साइटों पर आने वाला ट्रैफिक कम हुआ है और विज्ञापनों से मिलने वाली कमाई प्रभावित हो रही है।
मामला
मुकदमे में लगाए गए आरोप
वाशिंगटन की संघीय अदालत में दायर मुकदमे में कहा गया है कि पेंसके की साइट से जुड़े लगभग 20 प्रतिशत गूगल सर्च में अब AI ओवरव्यू दिखाई देता है। कंपनी का दावा है कि यह प्रतिशत आगे और बढ़ेगा। पेंसके का कहना है कि 2024 तक उनका संबद्ध राजस्व अपने उच्च स्तर से एक तिहाई से ज्यादा घट गया है। गूगल ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि AI ओवरव्यू से विभिन्न साइटों पर ट्रैफिक बढ़ता है।
विवाद
पहले भी हुए ऐसे विवाद
गूगल पहले भी ऐसे आरोपों का सामना कर चुकी है। इस साल की शुरुआत में शैक्षिक तकनीक कंपनी चेग ने भी इसी तरह का मुकदमा किया था। चेग का कहना था कि AI ओवरव्यू के कारण उनकी वेबसाइट पर आने वाला ट्रैफिक और कमाई कम हो गई। हालांकि, पेंसके का यह मुकदमा खास माना जा रहा है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी बड़े अमेरिकी प्रकाशक ने गूगल की AI खोज सेवाओं के खिलाफ कानूनी कदम उठाया है।
अन्य
अन्य AI कंपनियां भी घिरीं
गूगल के अलावा अन्य AI कंपनियां भी अदालतों में मामलों का सामना कर रही हैं। 2023 में न्यूयॉर्क टाइम्स ने OpenAI पर मुकदमा किया, आरोप लगाते हुए कि उनके लेख बिना अनुमति चैटबॉट को सिखाने में उपयोग हुए। हाल में एंथ्रोपिक कंपनी ने कॉपीराइट विवाद को निपटाने के लिए लगभग 120 अरब रुपये का समझौता किया। ये घटनाएं दिखाती हैं कि AI कंपनियों के लिए कॉपीराइट और कंटेंट से जुड़े मुद्दे लगातार बड़े कानूनी खतरे बनते जा रहे हैं।