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इथेनॉल ने भारत के चीनी उद्योग को बचाया, जानिए नितिन गडकरी ने ऐसा क्यों कहा 
नितिन गडकरी ने फिर से इथेनॉल की परैवी की है (तस्वीर: एक्स/@IndiaWarMonitor)

इथेनॉल ने भारत के चीनी उद्योग को बचाया, जानिए नितिन गडकरी ने ऐसा क्यों कहा 

Sep 14, 2025
06:52 pm

क्या है खबर?

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में चीनी उद्योग इथेनॉल के आगमन के कारण ही जीवित रह पाया है। उन्होंने खेती में नई तकनीकों को अपनाने पर भी जोर दिया। पुणे में नाम फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए गडकरी ने कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा में किसानों की आत्महत्या मुख्य रूप से पानी की कमी से जुड़ी है। अगर, पानी पर्याप्तता में उपलब्ध होता तो किसानों को यह कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती।

फायदा 

इथेनॉल से क्या हुआ असर?

चीनी क्षेत्र में इथेनॉल की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए गडकरी ने कहा, "हम 22 लाख करोड़ रुपये मूल्य के जीवाश्म ईंधन का आयात करते हैं और इथेनॉल इस निर्भरता को कम करने में मदद करता है।" उन्होंने कहा कि खेती में प्रौद्योगिकी लाने के लिए कई प्रयोग चल रहे हैं, जिसे उन्होंने ग्रामीण आजीविका में सुधार के लिए महत्वपूर्ण बताया। केंद्रीय मंत्री ने अभिनेता नाना पाटेकर और मकरंद अनासपुरे के नेतृत्व वाले फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की।

विवाद 

विवादों में घिर चुका है यह मामला 

इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस ने गडकरी पर आरोप लगाया कि वह इथेनॉल उत्पादन के लिए जोरदार पैरवी कर रहे हैं, क्योंकि उनके बेटे इथेनॉल कंपनियों से जुड़े हैं और सरकारी नीतियों का लाभ उठा रहे हैं। भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी की तरह ही निराधार दावे किए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 20 प्रतिशत इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल के कार्यान्वयन के खिलाफ दायर जनहित याचिका को भी खारिज कर दिया।