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बिकवाली के बाद अक्टूबर में FPI ने किया निवेश, जानिए क्यों बदली धारणा 
FPI अक्टूबर में शुद्ध खरीदार रहे हैं

बिकवाली के बाद अक्टूबर में FPI ने किया निवेश, जानिए क्यों बदली धारणा 

Nov 02, 2025
12:49 pm

क्या है खबर?

विदेशी निवेशक 3 महीने बाद अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार बन गए हैं, जो पहले बिकवाली पर जोर दे रहे थे। उनकी धारणा में बदलाव को मजबूत कॉर्पोरेट आय, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती और अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता के जल्द ही मूर्त रूप लेने की उम्मीदों से बल मिला है। पिछले महीने विदेशी निवेशक पोर्टफोलियो (FPI) ने शेयरों में 14,610 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है।

आंकड़े 

ऐसे रहे 3 महीने के आंकड़े 

डिपॉजिटरीज के आंकड़ों के अनुसार, यह बदलाव लगातार निकासी के लंबे दौर के बाद आया है। सितंबर में FPI ने 23,885 करोड़, अगस्त में 34,990 करोड़ और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपये निकाले थे। इस बीच, अक्टूबर में ऋण बाजार में FPI ने सामान्य सीमा के तहत लगभग 3,507 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग के माध्यम से 427 करोड़ रुपये निकाले। विदेशी निवेशकों ने इस साल में अब तक लगभग 1.4 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं।

कारण 

इस कारण बदली विदेशी निवेशकों की सोच 

अक्टूबर में नए सिरे से हुआ निवेश विदेशी निवेशकों की धारणा में एक उल्लेखनीय बदलाव दर्शाता है, जो वैश्विक निवेशकों के बीच भारतीय बाजारों के प्रति नए विश्वास को दर्शाता है। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के प्रमुख हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि यह बदलाव मजबूत कॉर्पोरेट आय के बाद बेहतर जोखिम धारणा, मुद्रास्फीति में कमी, ब्याज दर चक्र में नरमी की उम्मीद और GST को तर्कसंगत बनाने जैसे सुधारों के साथ हुआ है, जिससे निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ है।