जनवरी में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 44,396 करोड़ रुपये निकाले
क्या है खबर?
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इस महीने भारतीय शेयर बाजार से 44,396 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। दिसंबर, 2024 में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश करने के बाद यह बड़ा बदलाव आया है।
आंकड़ों के अनुसार, 17 जनवरी तक FPI ने लगभग हर दिन शेयरों की बिकवाली की है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड में वृद्धि के चलते यह स्थिति बनी है।
इससे भारतीय बाजार पर दबाव बढ़ा है और निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।
डॉलर और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से बिकवाली बढ़ी
डॉलर और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से बिकवाली बढ़ी
डॉलर इंडेक्स के 109 से ऊपर और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के 4.6 प्रतिशत तक पहुंचने के कारण भारतीय बाजार विदेशी निवेशकों के लिए कम आकर्षक हो गया है। भारतीय रुपये की गिरावट, कमजोर आय सीजन और उच्च मूल्यांकन भी FPI के लिए चिंता बने हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी. के. विजयकुमार के अनुसार, उभरते बाजारों में भारत सबसे महंगा है, जिससे निवेशक पैसे निकाल रहे हैं। डेट मार्केट में भी FPI ने 11,024 करोड़ रुपये की बिकवाली की है।
निवेश
इस साल अब तक इतना आया निवेश
2024 में FPI ने भारतीय बाजार में 1.71 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था, जो भारत के मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे पर आधारित था।
हालांकि, 2025 में अब तक केवल 427 करोड़ रुपये का मिला है। विशेषज्ञ मानते हैं कि घरेलू उपभोग, सरकारी बुनियादी ढांचा खर्च और मजबूत GDP विकास भविष्य में निवेश आकर्षित कर सकते हैं।
जानकारों के अनुसार, विदेशी निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपना रहे हैं और बाजार की स्थिरता पर नजर रख रहे हैं।