रतन टाटा की कही ये प्रेरणादायक बातें हमेशा याद की जाएंगी, बदल देंगी आपका जीवन
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में बुधवार (9 अक्टूबर) रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने अपने जीवनकाल में 6 महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में संचालित 30 से अधिक कंपनियों की बगडोर संभाली। टाटा न केवल एक सफल उद्यमी रहे, बल्कि सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए वो एक प्रेरणा स्रोत थे। आइये जानते हैं रतन टाटा के कुछ प्रमुख बातें, जो सदियों तक नई पीढ़ी को प्रेरणा देंगी।
सकारात्मकता की प्रेरणा देती हैं ये बातें
प्रेरणादायक टाटा अपनी संयमित जीवनशैली के लिए जाने जाते थे और उनकी कही बातें हमेशा याद की जाएंगी। उन्होंने एक बार कहा था, "लोहे को कोई नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन उसका अपना जंग उसे नष्ट कर सकता है! इसी तरह, कोई भी किसी व्यक्ति को नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन उसकी अपनी मानसिकता उसे नष्ट कर सकती है।" टाटा ने कहा था, "लोग तुम पर जो पत्थर फेंकते हैं उन्हें उठाओ और उनका उपयोग एक स्मारक बनाने में करो।"
सफलता की प्रेरणा देती हैं उनकी कहे ये शब्द
उन्होंने कहा था, "अंत में, हमें केवल उन अवसरों का पछतावा होता है जिन्हें हमने नहीं भुनाया।" "जीवन में उतार-चढ़ाव हमें चलते रहने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ECG में भी एक सीधी रेखा का मतलब है कि हम जीवित नहीं हैं।" उनकी कही यह बात हर परिस्थिति से लड़ने की ताकत देती है। "जीतने का एकमात्र तरीका हार से नहीं डरना है।" सकारात्मक उर्जा पैदा करने वाला वाक्य है।
भावना को झकझोरने वाली बातें
इसके अलावा टाटा की कुछ और भी बातें हैं। उन्होंने कहा था, "यदि आप तेजी से चलना चाहते हैं, तो अकेले चलें। लेकिन यदि आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो एक साथ चलें।" उन्होंने कहा था, "जिस दिन मैं उड़ने में सक्षम नहीं होऊंगा, वह दिन मेरे लिए दुखद दिन होगा।" उन्होंने कहा था, "मैंने अब तक जो सबसे मजबूत काम किया वह दुनिया को अपनी भावनाएं दिखाना था।"