IT सेक्टर में निचले-स्तर के कर्मचारियों की मांग में गिरावट, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को अपनाने में तेजी के कारण देश में IT सेक्टर में निचले स्तर के कर्मचारियों की नियुक्ति में 20-25 फीसदी की गिरावट आई है। इससे भर्ती पैटर्न में बदलाव आ रहा है। इससे कार्यबल का संरचनात्मक ढांचा बदल गया है, जो पिरामिड से बदलकर हीरे जैसे आकार का हो गया है। रिपोर्ट कहा है कि दोहराव वाले ज्यादातर कार्य ऑटोमैटिक कर दिए जाने के कारण कंपनियों में एंट्री-लेबल कर्मचारियों की नियुक्ति धीमी हो गई है।
खुलासा
मध्य-स्तर पर बढ़ रही नियुक्ति
EY की एआईडिया आउटलुक 2026 रिपोर्ट के अनुसार, IT सेक्टर अब हीरे के आकार के कार्यबल की ओर बढ़ रहा है, जहां मध्य-स्तरीय और विशेषज्ञ भूमिकाओं का विस्तार हो रहा है, जबकि एंट्री-लेबल की नियुक्तियों में तेजी से कमी आ रही है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि कई भारतीय IT सर्विस कंपनियाें ने पहले ही ऑटोमेशन और AI के माध्यम से लगभग 20-25 प्रतिशत एंट्री-लेबल कर्मचारियों को कम कर लिया है।
ऑटोमेशन
इन कार्यों में लागू किया ऑटोमेशन
रिपोर्ट में कहा गया है कि AI चुनिंदा रूप से प्रशासनिक संचालन, ग्राहक सेवा, टेली-कॉलिंग, बैक-ऑफिस प्रक्रियाएं और अन्य दोहराव वाले कार्यों पर कब्जा जमा रहा है। इससे जूनियर कर्मचारियों पर असर पड़ा। इसकी तुलना में AI सत्यापन, ऑर्केस्ट्रेशन जैसे कार्यों के लिए मध्य-स्तर की नियुक्तियों में वृद्धि की है। सर्वे के अनुसार, एक दिग्गज कंपनी ने निचले स्तर के कर्मचारियों की नियुक्तियों में लगभग 30 प्रतिशत की कमी की है, जबकि मध्य-स्तर पर 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई।