
ब्लूस्मार्ट की सर्विस बंद होने से अटका चालकों का पैसा, किया विरोध-प्रदर्शन
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक कैब सर्विस प्रदाता स्टार्टअप ब्लूस्मार्ट सर्विस के कई शहरों में बंद होने से इससे जुड़े चालकों के लिए रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
दिल्ली NCR क्षेत्र में इससे 10,000 से ज्यादा महिला और पुरुष चालक आर्थिक तंगी झेलने को मजबूर हो गए हैं।
इसको लेकर उन्होंने रविवार (4 मई) को दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन कर सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर उनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग की है।
मांग
कैब चालकों ने की ये मांग
कैब चालकों का कहना है कि उन्हें बिना किसी सूचना के बेरोजगार कर दिया गया है। उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं है।
उनका आरोप है कि ब्लूस्मार्ट का वित्तीय संकट उसकी मूल कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग से जुड़ा है।
प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा, जिसमें पिछले बकाया भुगतान करने, सभी ड्राइवर्स के लिए सामाजिक सुरक्षा कवर, प्रभावित लोगों के लिए पैकेज और वैकल्पिक रोजगार हासिल करने में औपचारिक सहायता करने की मांग की हैं।
मामला
क्यों बंद हुई सर्विस?
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की ओर से जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स अनमोल सिंह जग्गी पर लोन में हेरफेर के आरोप लगाए थे।
जग्गी ब्लूस्मार्ट में भी प्रमोटर हैं, ऐसे में उनके विवादों में आने के बाद पिछले महीने दिल्ली NCR, मुंबई, बेंगलुरु सहित कई शहरों में इसने कैब सर्विस के लिए बुकिंग लेना बंद कर दिया।
सर्विस अचानक से बंद हो जाने से इससे जुड़े चालकों का कंपनी पर भुगतान अटक गया।