बीकानेरी भुजिया बेचकर शिव रतन अग्रवाल ने खड़ी की 13,000 करोड़ की कंपनी, जानें इनकी संपत्ति
नमकीन और मिठाईयां बनाने वाली कंपनी बीकाजी के अध्यक्ष और निदेशक शिव रतन अग्रवाल देश के जाने-माने व्यवसायी हैं। अग्रवाल का जन्म राजस्थान में एक व्यवसायी परिवार में हुआ था। पढ़ाई में मन नहीं लगने के वजह से 8वीं पास करने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। वह गंगाभिषण 'हल्दीराम' भुजियावाला के पोते हैं, जिनका कारोबार 'हल्दीराम' के नाम से मशहूर है। उनके पिता मूलचंद भी राजस्थान में भुजिया बनाने का कारोबार करते थे।
80 के दशक में शुरू किया कारोबार
अग्रवाल ने पढ़ाई छोड़ने के कुछ समय बाद 80 के दशक में बीकाजी की स्थापना कर अपने पिता के समान भुजिया बनाने का छोटा व्यवसाय शुरू किया। अपने मेहनत के दम पर उन्होंने बीकाजी को भुजिया उत्पादन में एक बड़ी कंपनी के रूप में स्थापित किया। कंपनी आज भुजिया, पापड़, नमकीन, डिब्बाबंद मिठाइयां और कई अन्य उत्पाद बनाती है। बीकाजी एथनिक-स्नैकिंग की अपनी शक्ति से बीते कुछ वर्षों में दुनियाभर में ग्राहकों का दिल जीतने में कामयाब रही है।
शिव रतन अग्रवाल की कितनी है संपत्ति?
बीकाजी नाम बीकानेर के संस्थापक बीका राव से लिया गया है और जी को सम्मान के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अपने कई तरह के उत्पादों और नए पैकेजिंग के साथ बीकाजी आज के समय में प्रामाणिक भारतीय स्वाद का एक प्रतीक बन गई है। वर्तमान में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 13,000 करोड़ रुपये से भी अधिक है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अग्रवाल की अनुमति संपत्ति 8,138 करोड़ रुपये है।