डिमैट अकाउंट की संख्या में बड़ी वृद्धि, वित्त वर्ष 2024 में खुले नए 3.7 करोड़ अकाउंट
वित्त वर्ष 2024 में डीमैट अकाउंट की संख्या में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, शेयर बाजार में तेजी के कारण वित्त वर्ष 2024 में लगभग 3.7 करोड़ डिमैट अकाउंट जोड़े गए हैं, जिसमें औसतन 1 महीने में 30 लाख से अधिक अकाउंट जुड़े। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL) के साथ खोले गए डीमैट अकाउंट्स की संख्या साल-दर-साल 11.9 प्रतिशत बढ़कर 11.45 करोड़ से 15.14 करोड़ हो गई है।
सेंसेक्स और निफ्टी 50 में इतनी लगाई छलांग
वित्त वर्ष 2024 में शेयर बाजार के बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने क्रमशः 24.85 प्रतिशत और 28.61 प्रतिशत की छलांग लगाई है। इसके अलावा, BSE मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने भी क्रमशः 63.4 प्रतिशत और 60 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है। नए ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर अपने अकाउंट आधार का विस्तार कर रहे हैं और इस वजह से डिमैट अकाउंट की संख्या में वृद्धि हुई है। बाजार में गिरावट आने तक यह वृद्धि जारी रह सकती है।
निवेशकों की बढ़ी रुचि
भारतीय शेयरों ने पिछले 10 और 5 वर्षों में वैश्विक और उभरते बाजार इक्विटी से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है और यही कारण है कि इन शेयरों में निवेशकों की रुचि भी बढ़ी है। इसके अतिरिक्त, 1 लाख करोड़ रुपये के मिडकैप शेयरों की संख्या पिछले वित्त वर्ष के 48 से बढ़कर 80 हो गई है। शेयरों में लगातार निवेश और अधिक विविधतापूर्ण बाजार जैसे अन्य वजह भारत के बेहतर प्रदर्शन और बाजार स्थिरता में योगदान कर रहे हैं।