ऑस्ट्रेलिया जनवरी 2026 से सभी भारतीय निर्यात पर टैरिफ करेगा खत्म
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया को भारत से भेजे जाने वाले सामान को अगले साल से बड़ा फायदा मिलने वाला है। 1 जनवरी, 2026 से भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते के तहत ऑस्ट्रेलिया की सभी टैरिफ लाइनें शून्य शुल्क पर आ जाएंगी। इससे भारतीय सामान बिना किसी आयात शुल्क के वहां पहुंच सकेगा। केंद्र सरकार का मानना है कि इस फैसले से भारतीय निर्यातकों को सीधा लाभ मिलेगा और दोनों देशों के व्यापार संबंध और मजबूत होंगे।
लाभ
श्रम आधारित क्षेत्रों के लिए नए मौके
इस फैसले से भारत के श्रम आधारित क्षेत्रों के लिए नए अवसर खुलने की उम्मीद है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि समझौते के लागू होने के बाद निर्यात में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। इससे छोटे उद्योग, किसान, मजदूर और MSME सेक्टर को फायदा हुआ है। बाजार तक पहुंच आसान हुई है और सप्लाई चेन भी पहले से ज्यादा मजबूत बनी है, जिससे निर्यातकों का भरोसा बढ़ा है।
निर्यात
कई सेक्टरों में निर्यात बढ़ा
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस समझौते से मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल, कपड़ा, प्लास्टिक, दवाइयों, पेट्रोलियम उत्पाद और जेम्स-ज्वेलरी जैसे क्षेत्रों को खास फायदा मिला है। अप्रैल से नवंबर, 2025 के बीच जेम्स और ज्वेलरी के निर्यात में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया को भारत का कुल निर्यात करीब 8 प्रतिशत बढ़ा, जिससे व्यापार संतुलन भी बेहतर हुआ है।
कदम
व्यापार विविधता की दिशा में कदम
दिसंबर, 2022 में लागू हुआ यह समझौता शुल्क कम करने, बाजार पहुंच आसान बनाने और सप्लाई चेन सहयोग बढ़ाने के लिए बनाया गया था। यह कदम ऐसे समय में आया है जब भारत अपने निर्यात बाजारों में विविधता लाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका के साथ व्यापार में बढ़ते शुल्क के बीच ऑस्ट्रेलिया भारत के लिए एक अहम निर्यात गंतव्य बनकर उभर रहा है, जिससे भविष्य में निर्यात को स्थिर सहारा मिल सकता है।