
अहमदाबाद विमान हादसा: ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर बोइंग के पूर्व इंजीनियर ने पहले जताई थी चिंता
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक गंभीर हादसे का शिकार हो गई। यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत कुल 242 यात्री सवार थे। टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद विमान मेघानीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अब तक 42 यात्रियों की मौत की खबर है। शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया गया कि हादसा टेकऑफ के दौरान तकनीकी खामी के कारण हुआ।
चिंता
सुरक्षा को लेकर पूर्व इंजीनियर ने जताई थी चिंता
बोइंग के पूर्व क्वालिटी मैनेजर जॉन बार्नेट ने 2017 में ही 787 ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि बोइंग ने साउथ कैरोलिना की फैक्ट्री में उत्पादन के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की। बार्नेट के अनुसार, कंपनी दबाव में थी और इस वजह से दोषपूर्ण पार्ट्स को भी विमान में लगाया गया। उन्होंने दावा किया था कि करीब 25 प्रतिशत विमानों में ऐसे हिस्से थे जो तय मानकों को पूरा नहीं करते थे।
आरोप
ऑक्सीजन सिस्टम और कर्मचारियों पर दबाव
बार्नेट ने आरोप लगाया था कि 787 ड्रीमलाइनर के ऑक्सीजन सिस्टम में गड़बड़ी है और आपातकाल की स्थिति में 4 में से 1 मास्क काम नहीं करता। उन्होंने बताया कि बोइंग में कर्मचारियों पर खामियों को नजरअंदाज करने का दबाव था और जो कर्मचारी शिकायत करते थे, उन्हें प्रताड़ना झेलनी पड़ती थी। मार्च, 2024 में जब वह बोइंग के खिलाफ गवाही देने पहुंचे थे, उसी दौरान उनकी लाश होटल पार्किंग में पाई गई थी।
इनकार
बोइंग ने आरोपों से किया इनकार
बोइंग ने बार्नेट के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि कंपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। कंपनी ने दावा किया कि उनके सभी विमान FAA के नियमों के अनुसार जांचे और प्रमाणित किए जाते हैं। बोइंग ने यह भी कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों, खासकर व्हिसलब्लोअर्स की सुरक्षा और उनके अधिकारों को गंभीरता से लेती है। बार्नेट की मौत के बाद कंपनी ने शोक जताया था, लेकिन उसकी परिस्थितियों पर आज तक कोई टिप्पणी नहीं की।
खासियत
ड्रीमलाइनर की तकनीक और खासियत
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक मध्यम आकार का, लंबी दूरी तक उड़ान भरने वाला विमान है। इसमें फ्लाई-बाय-वायर तकनीक और हल्की कार्बन फाइबर बॉडी होती है। यह विमान 210-250 यात्रियों को ले जाने में सक्षम है और लगभग 13,600 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसके 2 इंजन विकल्प (GE GEnx और रोल्स-रॉयस ट्रेंट 1000) उन्नत और ईंधन-कुशल माने जाते हैं। यह पर्यावरण के लिहाज से भी बेहतर विमान माना जाता है और इसे कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस इस्तेमाल करती हैं।