अडाणी समूह ने फिर शुरू की अमेरिका में बड़े निवेश की तैयारी, ट्रंप से मिली राहत
क्या है खबर?
अडाणी समूह अमेरिका में बड़ा निवेश करने की अपनी योजनाओं को फिर से शुरू कर रहा है। यहां समूह के संस्थापक गौतम अडाणी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, समूह की परमाणु ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और पूर्वी तट पर एक बंदरगाह में निवेश करने में रुचि है।
बता दें, नवंबर, 2024 में न्यूयॉर्क में संघीय अभियोजकों ने अडाणी ग्रीन एनर्जी द्वारा उत्पादित बिजली खरीदने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया था।
घोषणा
अडाणी ने की थी निवेश की घोषणा
डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीत के बाद गौतम अडाणी ने कहा था कि समूह ने अमेरिकी ऊर्जा सुरक्षा और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 10 अरब डॉलर (करीब 874 अरब रुपये) का निवेश करने की योजना बनाई है। इससे संभावित 15,000 नौकरियां पैदा होंगी।
इसी दाैरान गौतम अडाणी पर सोलर एनर्जी से जुड़े ठेके हासिल करने के लिए रिश्वत देने का मुकदमा दर्ज हो गया।
इससे अडाणी समूह की अमेरिका में निवेश की योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी।
राहत
ट्रंप के आने के बाद मिली राहत
फाइनेंशियल टाइम्स एक सूत्र के हवाले से बताया कि फरवरी की शुरुआत में ट्रंप फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेज एक्ट (FCPA) पर रोक लगा दी थी।
इससे अडाणी समूह बड़ी राहत मिली है। इससे यह उम्मीद जगी है कि उनके खिलाफ कानूनी चुनौतियां खत्म हो सकती हैं।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि ट्रंप के आने के साथ हमने कुछ योजनाओं को फिर से सक्रिय कर दिया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अब भी जांच की तलवार लटकी हुई है।
इंतजार
कंपनी मामला सुलझने तक करेगी इंतजार
सूत्रों ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि यह जांच लंबे समय तक चल सकती है।
अडाणी के एक और करीबी ने बताया कि हम अपने इरादों के बारे में स्पष्ट हैं, लेकिन जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता, हम इंतजार करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, समूह पहले अमेरिकी कंपनियों के साथ संभावित सहयोग के बारे में बातचीत कर रहा था और टेक्सस में पेट्रोकेमिकल निवेश के अवसरों की तलाश कर रहा था।