कोरोना के कारण 10 प्रतिशत रेस्टोरेंट हुए बंद, अन्य 30 प्रतिशत पर मंडरा रहा खतरा- जोमेटो
क्या है खबर?
कोरोना वायरस संकट का असर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। रेस्टोरेंट इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है।
फूड डिलीवरी कंपनी जोमेटो की एक नई रिपोर्ट में सामने आया है कि कोरोना वायरस संकट के कारण देश के लगभग 10 प्रतिशत डाइन-आउट रेस्टोरेंट बंद हो गए हैं और 30 प्रतिशत ऐसे हैं जिनके महामारी खत्म होने के बाद भी खुलने की संभावना नहीं है।
ये उन 83 प्रतिशत डाइन-आउट रेस्टोरेंट में शामिल हैं, जो फिलहाल बंद पड़े हैं।
डाइन-आउट रेस्टोरेंट
पहले की तुलना में हो रहा 8-10 प्रतिशत कारोबार
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी 83 प्रतिशत रेस्टोरेंट बंद हैं। इनमें से 10 प्रतिशत पूरी तरह बंद हो गए हैं। 30 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनके कोरोना संकट के बाद भी खुलने की संभावना नहीं हैं। बाकी 43 प्रतिशत जो अभी बंद हैं, वो स्थिति में सुधार होने के बाद खुल सकते हैं।
बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, बाकी बची डाइनिंग इंडस्ट्री पहले की तुलना में 8-10 प्रतिशत ही कारोबार कर पा रही है।
रेस्टोरेंट का कारोबार
लॉकडाउन की वजह से पड़ा सबसे ज्यादा असर
बतौर रिपोर्ट 60 प्रतिशत रेस्टोरेंट संचालकों ने कहा कि पहले की तुलना में आधे कारोबार तक पहुंचने में भी उन्हें कोरोना संकट खत्म होने के बाद कई महीनों का समय लगेगा।
इस सेक्टर में सबसे बुरा असर लॉकडाउन की वजह से पड़ा है। साथ ही कोरोना संक्रमण फैलने के डर से लोग बाहर नहीं आ रहे हैं।
दूसरी तरफ कई शहरों में पाबंदियां हटने के बाद भी रेस्टोरेंट अभी तक पूरी तरह खुलने शुरू नहीं हुए हैं।
जोमेटो की रिपोर्ट
15,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट पर किया गया सर्वे
जोमेटो के प्रवक्ता ने द प्रिंट को बताया कि इस सेक्टर की मौजूदा हालात और भविष्य को समझने के लिए देश के कई शहरों में हजारों रेस्टोरेंट और ग्राहकों के बीच यह सर्वे किया गया था।
उन्होंने कहा, "हमारा यह सर्वे 1 अगस्त को पूरा हुआ था। हमने देश के 15,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट का सर्वे किया है।"
रेस्टोरेंट के साथ-साथ फूड डिलीवरी पर भी कोरोना संकट का असर पड़ा है, लेकिन यह कम प्रभावित हुई है।
अनुमान
अगले दो-तीन महीनों में सामान्य हो जाएगी फूड डिलीवरी इंडस्ट्री
फूड डिलीवरी इंडस्ट्री अब कोरोना काल से पहले की तुलना में 70-80 प्रतिशत तक कारोबार कर रही है।
इसकी एक वजह यह भी है कि लगभग 70 प्रतिशत रेस्टोरेंट फूड डिलीवरी ऑफर कर रहे हैं।
इनमें से लगभग 5 प्रतिशत ऐसे हैं, जो पहले यह सर्विस नहीं देते थे, लेकिन कोरोना के कारण ये भी होम डिलीवरी ऑफर करने लगे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले दो-तीन महीने में फूड डिलीवरी पहले की तरह सामान्य हो जाएगी।
जानकारी
लॉकडाउन से अब तक लगभग 20 करोड़ बार ऑर्डर किया गया खाना
जोमेटो का कहना है कि उसने 25 मार्च को लॉकडाउन लागू होने से लेकर अब तक लगभग सात करोड़ फूड ऑर्डर डिलीवर किए हैं। जोमेटो का अनुमान है कि लॉकडाउन के बाद से भारतीयों ने 20 करोड़ बार खाने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर दिए हैं।