सड़क पर चलते वाहनों में क्यों लग रही आग? जानिए राेकने के लिए क्या करें
क्या है खबर?
पिछले दिनों में सड़क पर चलते वाहनों में आग लगने की घटनाओं ने इनकी सुरक्षा को लेकर चिंता को बढ़ा दिया है। राजस्थान में बस में आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई और बेंगलुरु-मंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार कुछ ही पलों में धू-धू कर जल गई। कुरनूल में और बेंगलुरु हवाई अड्डे के पास बस का भी यही हश्र हुआ। आइये जानते हैं इन घटनाओं के पीछे क्या वजह है और कैसे रोका जा सकता है।
ओवरहीटिंग
ओवरहीट हो सकता है वाहन
इंजन ओवरहीटिंग: किसी वाहन का कूलिंग सिस्टम या तापमान सेंसर खराब हो जाता है तो इंजन कम्पार्टमेंट में गर्मी जमा हो जाती है। इंजन के पास से गुजरने वाली फ्यूल लाइंस ज्यादा गर्म होने से आग लग सकती है। विद्युत शॉर्ट सर्किट: पुराने वाहनों में घिसी हुई या ढीली तारों से आग लग सकती है। खराब मरम्मत, हाई-पावर म्यूजिक सिस्टम या लाइट्स जैसी अतिरिक्त एक्सेसरीज सर्किट पर अधिक दबाव डाल सकते हैं, जो शॉर्ट सर्किट का कारण होता है।
फ्यूल लीक
फ्यूल लीक से हो सकता है बड़ा हादसा
फ्यूल लीक: फ्यूल पाइप में एक छोटा-सा रिसाव भी जानलेवा हो सकता है। जब पेट्रोल या डीजल किसी गर्म इंजन की सतह या एग्जॉस्ट मैनिफोल्ड के संपर्क में आता है तो वह तुरंत आग पकड़ लेता है। टायर घर्षण और तेज गति: लंबी यात्रा के दौरान टायरों में अत्यधिक घर्षण से तापमान बढ़ सकता है। जरूरत से ज्यादा हवा भरे टायर या लंबे समय तक तेज गाड़ी चलाने से टायर फट सकते हैं और फिर आग लग सकती है।
बदलाव
असुरक्षित तरह से किया बदलाव बनेगा घातक
ऑटोमोबाइल विशेषज्ञों के अनुसार, आग लगने के सबसे खतरनाक कारण अनुचित बदलाव है। खासकर अनाधिकृत वर्कशॉप में CNG या LPG किट लगवाना घातक साबित होता है। जब इन सिस्टम्स को सही सीलिंग और दबाव नियंत्रण के साथ स्थापित नहीं किया जाता है तो गैस रिसाव और विस्फोट की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा सही गुणवत्ता के इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग नहीं करना और उन्हें विशेषज्ञ मैकेनिकों से नहीं लगवाना भी हादसों को न्यौता देता है।
बचाव
इन तरीकों से कर सकते हैं बचाव
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रत्येक वाहन में एक छोटा अग्निशामक यंत्र होना चाहिए। इसकी मदद से दुर्घटनाओं को शुरुआती कुछ सेकेंड में त्वरित कार्रवाई करके रोका या कम किया जा सकता है। लंबी यात्रा से पहले फ्यूल लाइंस, इंजन के तापमान, टायरों की स्थिति और बिजली के तारों की जांच करना, ढीले कनेक्शन या फ्यूल रिसाव को तुरंत ठीक कराना सही उपाय होंगे। तेज गर्मी में लंबी यात्रा के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।