बर्फीली सड़कों पर बाइक में ड्रम या डिस्क ब्रेक में से कौनसे कारगर? जानिए फायदे-नुकसान
क्या है खबर?
सर्दी के दिनों में बर्फीली सड़कों पर बाइक चलाते समय उसकी सुरक्षित और समय पर रुकने की क्षमता का बेहतर होना जरूरी है। अच्छे ब्रेक के बिना तेज चलने वाली मोटरसाइकिल खतरनाक हो सकती है। देश में आने वाली बाइक्स में 2 तरह- ड्रम और डिस्क ब्रेक मिलते हैं। दोनों के काम करने का तरीका अलग-अलग है। इस कारण इनकी क्षमता में भी अंतर होता है। आइये जानते हैं फिसलन भरी सड़क पर दोनों में से कौनसे ब्रेक उपयोगी हैं।
ड्रम ब्रेक
कैसे काम करते हैं ड्रम ब्रेक?
ड्रम ब्रेक का इस्तेमाल बाइक्स में दशकों से होता आ रहा है। ये डिजाइन में सरल होते हैं और लागत भी कम होती है। पहिए के हब के अंदर एक खोखला ड्रम होता है। जब आप ब्रेक लीवर या पैडल दबाते हैं तो ड्रम के अंदर लगे ब्रेक शूज बाहर की ओर धकेलते हैं और ड्रम की अंदरूनी सतह से रगड़ खाते हैं। इस रगड़ से पहिए की गति धीमी हो जाती है और बाइक रुक जाती है।
डिस्क ब्रेक
क्या होते हैं डिस्क ब्रेक?
वर्तमान में आने वाली ज्यादातर मोटरसाइकिल्स में डिस्क ब्रेक दिए जा रहे हैं, जो कई मिड-रेंज और प्रीमियम मॉडल्स में देखे जा सकते हैं। ड्रम की जगह पहिये से जुड़ी एक चपटी धातु की डिस्क (रोटर) होती है। ब्रेक कैलिपर इस डिस्क के दोनों तरफ विशेष पैड्स लगाए होते हैं। जब आप ब्रेक लगाते हैं तो कैलिपर पैड्स को डिस्क पर दबाता है, जिससे घर्षण पैदा होता है और पहिया रुक जाता है।
फायदे
गीली सड़क पर कौनसे ब्रेक ज्यादा प्रभावी?
ड्रम ब्रेक को सूखने में ज्यादा समय लगता है। इस कारण बर्फीली सड़कों पर भीगने के कारण ड्रम के अंदर घर्षण कम हो जाता है, जिससे ब्रेकिंग ताकत कमजोर पड़ जाती है और बाइक फिसलने का खतरा रहता है। दूसरी तरफ डिस्क ब्रेक गीली परिस्थितियों में ज्यादा प्रभावी ढंग से काम करते हैं, क्योंकि डिस्क से पानी जल्दी निकल जाता है। इससे अचानक रुकने पर फिसलने का खतरा कम हो जाता है। ऐसी सड़कों पर डिस्क ब्रेक बेहतर विकल्प हैं।