#NewsBytesExplainer: ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट क्या है और यह कैसे काम करता है?
क्या है खबर?
गाड़ियों को पार्क करना परेशानी का सबब हो सकता है, खासकर तब जब कार को तंग जगह पर पार्क करनी पड़े या पार्किंग की जगह कम हो।
इस वजह से अब ऑटोमोबाइल कंपनियां अपनी गाड़ियों में ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट तकनीक की पेशकश कर रही हैं, जो ऑटोमैटिक तरीके से आपकी गाड़ी को पार्क करने में मदद करती हैं।
आइये कार गाइड जानते हैं कि ऑटोमैटिक पार्किंग असिस्ट क्या है और यह कैसे काम करता है।
पार्किंग
ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक क्या है?
ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक गाड़ियों को वर्टिकल पार्क करने में मदद करती हैं। इसमें कार चालक अपनी गाड़ी को पार्किंग की जगह ले जाते हैं और एक बटन दबाकर इसे ऑन कर देते हैं।
इसके बाद गाड़ी पार्किंग के स्थान की जांच करती है और जरूरत के अनुसार अपनी स्टीयरिंग और स्पीड बदलती है। इस दौरान बस गाड़ी का गियर बदलने की जरूरत होती है। फिलहाल यह सिस्टम चालक की मदद से गाड़ी को पार्क करता है।
फायदे
ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम के क्या फायदे हैं?
ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम की मदद से अधिक कारें एक कॉम्पैक्ट पार्किंग एरिया में फिट होती हैं।
यह सिस्टम गाड़ी को आसानी से पार्क कर देता है और इससे टक्कर का खतरा भी कम रहता है। ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम की मदद से गाड़ी को सिर्फ पार्क ही नहीं, बल्कि पार्किंग से निकाला भी जा सकता है।
यह सिस्टम समय में आपकी गाड़ी को पार्क कर देता है, जिससे समय की बचत होती है।
काम
ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम कैसे काम करता है?
ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम अल्ट्रासोनिक सेंसर, 360 डिग्री कैमरा की मदद से पार्किंग की समीक्षा करता है और गाड़ी में लगे कंप्यूटर सिस्टम को लगातार इसकी जानकारी देते रहता है।
इसके बाद कंप्यूटर सिस्टम सेंसर द्वारा भेजे गए डाटा की जांच करता है। यदि सामने कोई गाड़ी है तो ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम इसकी जानकारी डैशबोर्ड पर देता है। जरूरत पड़ने पर यह अपने आप गाड़ी की स्पीड भी कम कर देता है ताकि टक्कर से बचाव किया जा सके।
जरूरत
क्यों पड़ी ऑटोमैटिक पार्किंग तकनीक की जरूरत?
ज्यादातर कार चालकों का कहना है कि कार चलाने से ज्यादा पार्किंग तनावपूर्ण है, वहीं अधिकांश को आस-पास की कारों से खरोंच लगने या उनसे टकराने की चिंता होती है।
यही कारण है कि अब कार निर्माता अपनी कारों में पार्किंग असिस्टेंस को शामिल करना शुरू कर दिया है। नए कार चालकों के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।
देश में पिछले कुछ वर्षों में ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम वाली गाड़ियों की बिक्री भी बढ़ी है।
तकनीक
भारतीय सड़कों के मुताबिक पार्किंग सिस्टम बना रहीं कंपनियां
भारतीय सड़कों पर बहुत ज्यादा भीड़ होने की वजह से यहां का ट्रैफिक पार्किंग सिस्टम विदेशों से काफी अलग है। इसलिए कई कंपनियां अब यहां के हिसाब से पार्किंग सिस्टम को अपडेट कर रही हैं।
इसमें सबसे पहला नाम टेस्ला का आता है, जो जल्द ही भारत में अपना मॉडल-3 और मॉडल-Y लाने वाली हैं और उम्मीद है कि भारत में इसके AI फीचर्स से लैस कार जल्द आएंगी।
कई अन्य कंपनियां भी इस पर काम कर रही हैं।
भविष्य
भविष्य में और बेहतर होगी यह तकनीक
कई कंपनियां आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस आधारित पार्किंग सिस्टम पर काम कर रही हैं, जो कार चालकों को और भी बेहतर अनुभव प्रदान करेगा। इसके अलावा इसमें इस्तेमाल होने वाली सेंसर तकनीक को भी बेहतर किया जा रहा है।
हुंडई जैसी कई कार कंपनियां गाड़ियों के लिए रिमोट पार्किंग और मल्टी-डायरेक्शनल पार्किंग तकनीक पर भी काम चल रहा है, जिसकी मदद से गाड़ियों को केवल रिमोट की मदद से ही पार्क किया जा सकेगा।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारतीय बाजार में कई ऐसी गाड़ियां उपलब्ध हैं, जिसमें ऑटोमैटिक पार्किंग सिस्टम दिया गया है। बेंटले कॉन्टिनेंटल, पोर्शे 718 और BMW की X5 जैसी गाड़ियों में यह सिस्टम उपलब्ध है।