किन कारणों से अटक सकता है कार का बीमा क्लेम? भूलकर भी न करें ये गलतियां
क्या है खबर?
कार खरीदते समय लोग किसी भी नुकसान से बचने के लिए बीमा कराते हैं, जो पॉलिसी की नियम-शर्तों के अनुसार दुर्घटना से लेकर अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली हानि की भरपाई करती है। कई बार बीमा कंपनियां आप क्लेम अटका देती है, जो आपके लिए परेशानी खड़ा कर देता है। ऐसी स्थिति में आपको किसी भी तरह का खर्चा अपनी जेब से करना पड़ता है। आइए जानते हैं वे सामान्य कारण, जिसके कारण बीमा क्लेम में परेशानी आती है।
सूचना
समय पर सूचना देना जरूरी
अपर्याप्त दस्तावेज और देरी से सूचना: बीमा कंपनी से क्लेम प्राप्त करना अक्सर आसान नहीं होता। समय पर नुकसान की जानकारी नहीं देने और जरूरी दस्तावेज पेश नहीं करने पर समस्या बढ़ जाती है। अस्पष्ट कवरेज: कई बार ऐसा होता है कि बीमित व्यक्ति को यह ठीक से पता नहीं होता कि उसके पास किस प्रकार का बीमा है तो कंपनियां आपको धोखा दे सकती हैं। आपको इसके कवरेज का पहले से अच्छे से पता होना जरूरी है।
यातायात नियम
ये कमियां कर दी तो अटक जाएगा क्लेम
यातायात नियमों का उल्लंघन: अगर, आपकी ओर से यातायात नियमों का उल्लंघन करने के कारण हादसा होता है तो बीमा क्लेम मिलने में मुश्किल हो सकती है। मॉडिफिकेशन: गाड़ी में किए गए मॉडिफिकेशन भी हादसे की वजह बन सकते हैं। ऐसे में कंपनियां पहले से मॉडिफिकेशन के बारे में अवगत न कराने पर क्लेम देने में आनाकानी कर सकती हैं। प्रमाणों की कमी: कई बार दुर्घटना के मामले में प्रमाणों की कमी भी क्लेम में रोड़ा बन जाती है।
FIR
पुलिस रिपोर्ट नहीं कराने पर आएगी मुश्किल
दुर्घटना होने पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराने में कभी भी संकोच न करें। अक्सर, ऐसा होता है कि मामूली दुर्घटना होने पर पुलिस को रिपोर्ट नहीं कराते। इससे बाद में आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह क्लेम के लिए सबूत का काम करता है। इसके अलावा दूसरा वाहन चालक आपके खिलाफ वास्तविक नुकसान से कहीं अधिक मुआवजे का दावा कर सकता है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराना आपको ऐसे जोखिमों से बचाता है।