बॉलीवुड की इन फिल्मों में इस्तेमाल की गई थी बेहतरीन विंटेज कारें
बॉलीवुड की फिल्मों में काफी समय से कारें इस्तेमाल की जा रही हैं। रोहित शेट्टी की फिल्मों में आपने कई बेहतरीन कारें देखीं होंगी। उनकी फिल्मों में कारें हवा में उड़ती हैं। हालांकि, ज्यादातर फिल्मों में कारें केवल चलने के लिए इस्तेमाल होती हैं। बॉलीवुड की कई फिल्में हैं, जिनमें बेहतरीन विंटेज कारों का भी इस्तेमाल किया जा चुका है। आज हम आपको पांच ऐसी ही बॉलीवुड फिल्मों के बारे में बताएंगे, जिसमें विंटेज कारों का इस्तेमाल किया गया था।
चलती का नाम गाड़ी (1958): 1928 फोर्ड मॉडल A
किशोर कुमार और उनके भाईयों की फिल्म 'चलती का नाम गाड़ी' सबसे अधिक देखी जाने वाली बॉलीवुड फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में 1928 फोर्ड मॉडल A विंटेज कार इस्तेमाल हुई थी, जो अब कलेक्शन का हिस्सा है। इस विंटेज कार में 4.4 सिलेंडर, 3.3 लीटर का पेट्रोल इंजन और 3-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन सिस्टम लगा हुआ था। इस कार का इंजन 40Ps का पावर जेनरेट करने का सक्षम था, जो उस समय के हिसाब से काफी था।
कश्मीर की कली (1964): 1948 स्टडबेकर कमांडर कंवर्टिबल
शर्मिला टैगोर और शम्मी कपूर की फिल्म 'कश्मीर की कली' में 1948 स्टडबेकर कमांडर कन्वर्टिबल विंटेज कार इस्तेमाल की गई थी। इस फिल्म के गाने 'कहीं ना कहीं' में यह विंटेज कार देखी गई थी, जो अमेरिका और कनाडा के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के बारे में अच्छे से बताती है। इस कार में छह सिलेंडर वाल एक इन-लाइन पेट्रोल इंजन लगा हुआ था, जो 3,700cc पर 94bhp की पावर जेनरेट करता था। पांच सीटों वाली यह कार कंवर्टिबल डिजाइन में थी।
ज्वैल थीफ (1967): 1955 शेवरले बेल एयर
देवानंद और तनुजा की फिल्म 'ज्वैल थीफ' में बेहतरीन 1955 शेवरले बेल एयर विंटेज कार इस्तेमाल की गई थी। बता दें कि आप फिल्म के गाने 'ये दिल न होता बेचारा' में यह कार देख सकते हैं। 60 के दशक में शेवरले बॉलीवुड में काफी मशहूर थी और फिल्मों में विलेन इस गाड़ी का ज्यादा इस्तेमाल करते थे। इस कार में 4.3 लीटर का V8 पेट्रोल इंजन दिया गया था, जो 162Ps की पावर जेनरेट करने में सक्षम था।
हाथी मेरे साथी (1971): 1958 शेवरले इंपाला
राजेश खन्ना और तनुजा की फिल्म 'हाथी मेरे साथी' वैसे तो हाथियों के ऊपर बनी है, लेकिन इसमें भी 1958 शेवरले इंपाला विंटेज कार का इस्तेमाल किया गया था। फिल्म के गाने 'चल चल मेरे हाथी' में इस बेहतरीन विंटेज कार को देखा जा सकता है। इस कार में 3.9 लीटर का पेट्रोल इंजन और 3-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन दिया गया था। उस समय भारत में इंपाला कार काफी लोकप्रिय थी और लोग हाथों-हाथ इस कार को खरीद रही थे।
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (2011): 1948 ब्यूइक सुपर कंवर्टिबल
ऋतिक रोशन, फरहान अख्तर और अभय देओल की फिल्म 'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' में 1948 ब्यूइक सुपर कंवर्टिबल विंटेज कार इस्तेमालकी गई थी। इसी कार से तीनों स्पेन की सड़कों पर यात्रा करते हुए दिखाई दिए थे। यह बेहतरीन विंटेज कार अब बहुत ही कम देखने को मिलती है। इस कार में 4.0 लीटर का पेट्रोल इंजन दिया गया था, जो 120bhp की पावर जेनरेट करने में सक्षम था। यह कंवर्टिबल विंटेज कार 2-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम से लैश थी।